ड्रग्स के नाम पर पंजाब के युवा को बदनाम कर रही है ‘आप’: नरेंद्र तोमर
punjabkesari.in Wednesday, Feb 01, 2017 - 01:34 AM (IST)

जालंधर(पाहवा): भारतीय जनता पार्टी किसी भी रूप से ड्रग्स का समर्थन नहीं करती लेकिन भाजपा को यह कतई पसंद नहीं कि कांग्रेस या आम आदमी पार्टी ड्रग्स के नाम पर पंजाब को बदनाम करें। यह कहना है केंद्रीय मंत्री व पंजाब चुनाव प्रभारी नरेंद्र तोमर का। श्री तोमर के साथ पंजाब केसरी ने विशेष बातचीत की। प्रस्तुत हैं उसके अंश:
प्र: भाजपा पंजाब में किन मुद्दों पर चुनाव लड़ रही है?
उत्तर:भारतीय जनता पार्टी चाहे केंद्र हो या कोई राज्य सदा ही विकास के पक्ष में रही है। ‘सबका साथ सबका विकास’ नारा भी भाजपा ने ही दिया है। पंजाब में पिछले 10 वर्षों में भाजपा ने सहयोगी दल शिरोमणि अकाली दल के साथ मिलकर विकास को अहमियत दी है जो कि पूरे राज्य में देखने को मिल रहा है। इसी विकास के क्रम को भाजपा आगे बढ़ाएगी तथा अगले 5 वर्षों में भाजपा गठबंधन के तहत राज्य को विकास की राह पर ले जाएगी। मैं पिछले कई दिनों से पंजाब में हूं। पंजाब में लोग चाहते हैं कि पंजाब में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की तरफ से विकास का हिस्सा पंजाब को भी मिले। मैं यह कह सकता हूं कि केंद्र की मोदी सरकार तथा पंजाब की बादल सरकार की परफॉर्मैंस के आधार पर पंजाब में अकाली-भाजपा गठबंधन की सरकार बनेगी।
प्र.: पंजाब में भाजपा चुनावों में किसे मजबूत प्रतिद्वन्द्वी मानती है?
उ.: पंजाब में भाजपा का सीधा मुकाबला कांग्रेस के साथ है जबकि आम आदमी पार्टी कहीं मैदान में नहीं है। आम आदमी पार्टी ने जो दिल्ली में सरकार बना कर किया है, वही सब कुछ वह पंजाब में सरकार बना कर करेगी। आम आदमी पार्टी को लेकर केवल लोगों में भ्रांतियां हैं, जो अब धीरे-धीरे दूर हो रही हैं। आम आदमी पार्टी की असलियत सामने आने के बाद लोग अब उससे विमुख हो रहे हैं।
प्र.: पंजाब में ड्रग्स को लेकर गठबंधन सरकार पर आरोप लगते रहे हैं, उस पर आप क्या कहेंगे?
उ.: भाजपा कभी भी ड्रग्स की पक्षधर नहीं रही है। पंजाब में ड्रग्स कोई इश्यू नहीं है। यह केवल एक भ्रांति है, जो पंजाब से बाहर से आए लोगों ने फैलाई है। हमारे आसपास रोजाना की जिंदगी में शायद ही कोई लोग होंगे, जो ड्रग्स के चंगुल में फंसे होंगे। असलियत में ड्रग्स तो केवल पंजाब के लोगों को बदनाम करने का एक तरीका है। खासकर बाहरी लोगों ने पंजाब के युवाओं को बदनाम करने के लिए ड्रग्स का इश्यू बनाया है।
मुझे तो हैरानी होती है कि ऐसे लोग पहले तो पंजाब को बदनाम करते हैं और फिर पंजाब के लोगों से सत्ता में आने के लिए वोट मांगते हैं। मैं तो अरविन्द केजरीवाल तथा राहुल गांधी से अपील करता हूं कि वे लोग पंजाब के युवाओं पर आरोप लगाने से पहले अपनी पार्टी के अंदर नशाखोरी समाप्त करें क्योंकि इनके अपने ही नेता राजनीतिक मंचों पर नशाखोरी का खुलकर प्रदर्शन कर रहे हैं, जो अक्सर अखबारों में छपता रहता है।
प्र.: जब भाजपा का मुकाबला कांग्रेस से है तो पार्टी के नेता‘आप’ पर ही इतने क्यों बरसते हैं?
उ.: असलियत में पंजाब में प्रचार के लिए आए अधिकतर नेता दिल्ली से थे जिनमें मनोज तिवारी, आर.पी. सिंह जैसे पार्टी के नेता शामिल हैं। इन लोगों ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी के हालात को पंजाब के लोगों के सामने रखा है। दिल्ली में लोगों ने आम आदमी पार्टी को तो मत डाल दिए लेकिन पार्टी ने अधिकतर को इस मामले में मायूस किया है। वैसे भी आम आदमी पार्टी के देश विरोधी लोगों के साथ संबंध जिस तरह से उजागर हो रहे हैं, उससे यह कहना गलत नहीं होगा कि ऐसी पार्टी पंजाब की अमन-शांति के लिए खतरा साबित हो सकती है।
प्र.: पंजाब में भाजपा उम्मीदवारों के चयन में देरी का क्या कारण रहा?
उ.: देखिए, भाजपा एक ऐसी पार्टी है, जिसमें हर काम के लिए एक व्यवस्था बनी हुई है। पंजाब की 23 सीटों के लिए पहले तो प्रदेश स्तर पर पैनल बनाए गए, फिर उन्हें पंजाब चुनाव समिति के सामने रखा गया। उसके बाद यह चर्चा संसदीय बोर्ड में हुई। पहले चरण में पार्टी ने 17 सीटें घोषित कर दीं जबकि 6 सीटें बची थीं, उन पर भी कुछ चर्चा के बाद उन्हें जारी कर दिया गया। पंजाब में भाजपा के टिकटों के आबंटन में मैंने भी राज्य में आकर कई बार बैठकें की हैं जिसके बाद ही पूरी प्रक्रिया चलाई गई है।
प्र.: भाजपा पंजाब में राहुल गांधी को कितनी बड़ी चुनौती मानती है?
उ.: पंजाब में राहुल गांधी का न तो कोई आधार है और न ही वह कोई ऐसे नेता हैं, जो कांग्रेस की हार को जीत में बदलने का दम रखते हैं। मेरे हिसाब से तो राहुल गांधी खुद अपनी पार्टी में ही नेता के तौर पर स्वीकार नहीं किए जाते, उन्हें पंजाब या देश दमदार नेता के तौर पर स्वीकार करता है या नहीं करता, यह तो बाद की बात है, अभी तो कांग्रेस को राहुल गांधी को पहले नेता बनाने के लिए मेहनत करनी होगी।
प्र.: कैप्टन अमरेंद्र सिंह दावा करते हैं कि कांग्रेस के समय में पंजाब में सबसे ज्यादा विकास हुआ, आपकी क्या राय है?
उ.: कै. अमरेंद्र सिंह विकास की बात करते हैं तो आश्चर्य होता है। आज से 15 साल पहले पंजाब में कै. अमरेंद्र सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार थी। पंजाब के लोग बताते हैं कि उस समय में बिजली की कमी इस हद तक थी कि निजी तथा सरकारी संस्थान शाम को ही बंद हो जाते थे। इसके अतिरिक्त राज्य की हालत बेहद खस्ता थी। ऐसे में कैप्टन किस विकास की बात कर रहे हैं, यह मेरी समझ से बाहर है।
प्र.: नवजोत सिंह सिद्धू भाजपा को पंजाब में कितना नुक्सान पहुंचाएंगे?
उ.: पिछले काफी समय से नवजोत सिंह सिद्धू पार्टी में एक्टिव नेता के तौर पर काम नहीं कर रहे। उन्होंने राज्यसभा से त्यागपत्र अवश्य अब दिया है लेकिन असलियत यह है कि नवजोत सिंह सिद्धू अगर सांसद बने हैं तो वह केवल भाजपा के कारण बने हैं। भाजपा ने ही उन्हें इतना मान-यश दिलवाया। वैसे भी जो लोग एक पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी में जाते हैं, उनके सफल रहने की संभावनाएं बहुत कम रहती हैं। बाकी इसके अतिरिक्त सिद्धू के विषय पर मैं कुछ और कहना नहीं चाहता।
प्र.: पंजाब में 23 में से कितनी सीटों पर फतेह हासिल करेगी भाजपा?
उ.: पिछले 10 वर्षों में भाजपा ने पंजाब में विकास को पहल दी है और इस विकास के कारण ही आज सभी 23 सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि पार्टी अच्छा आंकड़ा हासिल करेगी। मैं तो यह चाहता हूं कि पार्टी सभी 23 सीटों पर जीत हासिल करे।