Pink Eye संक्रमण की चपेट में कई Students, Parents को जारी की Advisory
punjabkesari.in Saturday, Jul 29, 2023 - 07:40 AM (IST)

लुधियाना (विक्की) : शहर के साथ-साथ जिले भर में आई फ्लू या आंखें आना (कंजक्टिवाइटिस रोग) फैला हुआ है, इसके मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। आई फ्लू को कंजंक्टिवाइटिस या फिर पिंक आइज की समस्या के रूप में भी जाना जाता है। नेत्र रोग विशेषज्ञों के मुताबिक कंजंक्टिवाइटिस के कारण आंखों का सफेद हिस्सा गुलाबी या लाल हो जाता है इसलिए इसे पिंक आई कहते हैं। आंखों में होने वाला ये संक्रमण बैक्टीरियल या वायरल दोनों प्रकार का हो सकता है। यह संक्रमण एक-दूसरे से फैलता है, स्कूलों में बच्चों को एक-दूसरे से यह रोग हो रहा है। उसके बाद संक्रमित बच्चे अपने घर के लोगों में संक्रमण फैला रहे हैं। 3 साल बाद यह रोग देखने में आया है, जिसके सबसे ज्यादा मरीज हैं।
स्कूल संचालकों द्वारा एहतियात के तोर पर अभिभावकों को इस संबंध में जागरूक किया जा रहा है। कहा जा रहा है बच्चों में आई फ्लू के लक्षण दिखे तो उन्हें स्कूल न भेजे। इसके बावजूद कई बच्चे स्कूल आ रहे हैं। जिससे अन्य बच्चों में यह बीमारी तेजी से फैल रही है। स्कूल संचालकों के अनुसार जूनियर सेक्शन के बच्चों में आई फ्लू के लक्षण सबसे अधिक हैं। संज्ञान में आने पर उन्हें अलग बैठाया जा रहा है और अभिभावकों को सूचित करते हुए घर भेजा जा रहा है। वहीं स्कूलों की मार्निंग असैंबली से ही ऐसे केस सामने आने पर बच्चों को एहतियात बरतने का सुझाव देकर नेत्र रोग के विशेषज्ञ को चैक करवाने हेतू भेजा जा रहा है। वहीं जिन स्कूलों में अभी तक कोई केस नहीं आया है वहां के प्रिंसीपलों द्वारा भी स्टूडैंटस व पेरैंटस को पहले ही एडवाईज़री जारी कर दी गई है।
डॉक्टर्स के पास पहुंंच रहे हैं मरीज
जिले में तेजी से कंजक्टिवाइटिस (आँखों का आना) बीमारी तेजी से फैल रही है। इसके चपेट में बच्चे व बड़े दोनों आ रहे हैं। सबसे ज्यादा बच्चे इससे प्रभावित हो रहे हैं। इस समय सरकारी सहित अन्य प्राइवेट अस्पतालों में इसके मरीज ज्यादा पहुंच रहे हैं। सरकारी अस्पतालों में 40 से अधिक्त मरीज इस बीमारी के पहुंच रहे हैं। डॉक्टरों के अनुसार आँखों का अचानक इलाज कराने आने वाले मरीजों में बच्चों की संख्या अधिक देखी जा रही है। इसकी शुरुआत एक आंख से होती है, लेकिन जल्द ही दूसरी आंख भी संक्रमित हो जा रही है।
ऐसे फैल रहा संक्रमण
- किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आना जिसको कंजंक्टिवाइटिस है
- किसी ऐसी चीज के संपर्क में आना जिससे आपको एलर्जी है
- रसायनों का एक्सपोजर, जैसे स्विमिंग पूल के पानी में मौजूद क्लोरीन के संपर्क में आना
- लंबे समय तक कांटेक्ट लेंस का इस्तेमाल करना
- व्यक्तिगत चीजों को साझा करना
- स्वच्छता का ध्यान न रखना
- आंखों की अच्छे से सफाई न रखना
- दूषित सतह को छूने के बाद उसी हाथ से आंखों को छूने सेबाक्स
यह हैं लक्ष्ण
- आंखों का लाल होना
- आंखों में सूजन, खुजली, जलन
- लाइट में परेशान होना
- सफेद चिपचिपा पदार्थ आंखों से निकलना
- सामान्य से ज्यादा आंसू आना
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ऐसे करें बचाव
- हाथों की साफ-सफाई रखें
- हाथों को बार-बार धोते रहें
- आंखों के मेकअप और टॉवेल को किसी के साथ शेयर न करें
- आंखों के ब्यूटी प्रोडक्ट को एक्सपायर होने के बाद यूज न करें
- तकिए के कवर को बदलते रहें
- आंखों को बार-बार हाथ न लगाएं
- खुजली होने पर आंखों को बिल्कुल मले नहीं
- आई ड्रॉप डालने से पहले और बाद में हाथों को साबुन से अवश्य धो लें
- बिना डॉक्टर की सलाह के दवा न लें
ऐसे हालात में जाएं नेत्र रोग विशेषज्ञ के पास
- आंखों में तेज दर्द होने पर
- आंखों में तेज चुभन महसूस होने पर
- नजर धुंधली होने जाने पर
- आंखे अत्यधिक लाल होने पर