जीएनडीईसी द्वारा वर्चुअल रियलिटी फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन

punjabkesari.in Monday, Nov 23, 2020 - 10:40 PM (IST)

लुधियाना (विक्की) : एटीएएल अकादमी नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित संवर्धित वास्तविकता / वर्चुअल रियलिटी पर पांच दिवसीय संकाय विकास कार्यक्रम का उद्घाटन सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा जीएनडीईसी, लुधियाना में किया गया।कार्यक्रम का उद्घाटन जीएनडीईसी लुधियाना के प्रिंसिपल डॉ सहिजपाल सिंह ने किया, जहाँ उन्होंने कहा कि वर्चुअल रियलिटी का इस्तेमाल छात्रों की शिक्षा में इज़ाफ़ा कर सकता है और वी.आर शिक्षा शैक्षिक सामग्री वितरित करने के तरीके को बदल सकती है।

डीआरडीओ नई दिल्ली के प्रसिद्ध वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ सुशील चंद्रा ने अनुभूति और रक्षा में विस्तारित वास्तविकता पर मुख्य भाषण दिया। उन्होंने अपने विचार रखते कहा कि वर्चुअल रियलिटी एक ट्रेंडिंग टेक्नोलॉजी है, जो विभिन्न व्यवसायों को सफलता की सीढ़ी को चडने और वास्तविक दुनिया के साथ-साथ काल्पनिक दुनिया में भौतिक उपस्थिति का अनुकरण करने की उत्कृष्ट गुंजाइश देती है। यह इमर्सिव तकनीक कंप्यूटर-सिम्युलेटेड वातावरण बनाती है, और उन्नति अत्याधुनिक समाधान प्रदान करती है।

आई. टी विभाग प्रमुख डॉ किरण ज्योति ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि वर्चुअल रियलिटी छात्रों को यह पता लगाने में मदद करती है कि कैसे सॉफ्टवेयर का उपयोग अन्य क्षेत्रों जैसे चिकित्सा, मनोरंजन और फैशन के रूप में किया जा सकता है। इस दौरान डॉ के. एस. मान ने सभी प्रतिभागियों से मुख्य वक्ता डॉ चंद्रा टॉक का परिचय करवाया और उनकी बातों से अधिकतम लाभ प्राप्त करने की गुज़ारिश की।

डॉ अक्षय गिरधर और डॉ अमित कामरा, प्रोग्राम कोर्डिनेटर, ने जानकारी देते हुए बताया कि पूरे भारत से लगभग 160 प्रथिभागी हिस्सा ले रहे हैं जहां वे वर्चुअल और ऑगमेंटेड रियलिटी की व्यावहारिक अवधारणाओं के बारे में जानेंगे। डीआरडीओ नई दिल्ली, ई.ऑन रियलिटी बैंगलोर, जीएनई लुधियाना, एनआईटीटीएआर चंडीगढ़, आईकेजीपीटीयू जालंधर, आदि के विशेषज्ञ वर्चुअल रियलिटी से संबंधित विभिन्न विषयों पर व्याख्यान देंगे।

Vicky Sharma