जीएनपीएस की एनओसी कैंसिल होने के मामले में मैनेजमैंट ने मुखयमंत्री को लिखा पत्र

punjabkesari.in Wednesday, Nov 04, 2020 - 08:24 PM (IST)

-स्कूल की एनओसी रद होने के मामले का एफीलिएशन से कोई लेना देना नहीं : सुरिंद्र सिंह
लुधियाना (विक्की): शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिंगला द्वारा गुरू नानक पब्लिक स्कूल सराभा नगर (जीएनपीएस)  की एनओसी रद करने का मामला मुखयमंत्री कै.अमरेंद्र सिंह के दरबार में पहुंच गया है। इस श्रंखला में स्कूल की मैनेजिंग कमेटी ने मुखयमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि उनके स्कूल की ओर से सरकार द्वारा जारी हरेक हिदायत की पालना की गई है लेकिन सरकार की ओर से बिना किसी सूचना या नोटिस के स्कूल की एनओसी रद करने की बात समझ से परे है। स्कूल की मैनेजिंग कमेटी के जनरल सैक्ट्री सुरिंद्र सिंह रयात ने मुखयमंत्री से अपील की है कि बिना किसी नोटिस स्कूल की एनओसी रद करने के मामले की जांच करवाई जाए। क्योंकि इस संबंध में  स्कूल को सरकार या विभाग की तरफ से कोई भी नोटिस प्राप्त नहीं हुआ। सरकार ने नोटिस ना देकर उन्हें अपनी सफाई पेश करने का मौका तक भी नहीं दिया। यही नहीं विभाग की ओर से स्कूल को एनओसी कैंसिल करने बारे कोई अधिकारिक पत्र अब तक नहीं भेजा गया है।
बुधवार को स्कूल में आयोजित प्रेस कांफ्रेस दोरान सुरिंद्र सिंह ने कहा कि अधिकतर पेरैंटस यह समझ रहे हैं कि स्कूल की एफीलिएशन कैंसिल हुई है। उन्होने स्पष्ट किया कि स्कूल को एनओसी सरकार की ओर से जारी की जाती है जबकि एफीलिएशन सीबीएसई की ओर से जारी की गई है। इसलिए एनओसी कैंसिल होने के मामले को एफीलिएशन से ना जोड़ा जाए क्योंकि स्कूल अभी भी सीबीएसई से एफीलिएटिड है। उन्होने कहा कि करीब 18 दिन पहले उन्हें मीडीया में आई खबरों से पता चला कि स्कूल की एनओसी रद की गई है लेकिन आज कई दिन बीत जाने के बाद भी सरकार या शिक्षा विभाग की ओर से उन्हें इस बारे कोई आधिकारिक नोटिस या पत्र नहीं भेजा गया। सुरिंद्र सिंह ने कहा कि इन दिनों स्कूल में दाखिलों का समय है और सरकार की ओर से पैदा की गई इस असमंजस की स्थिति का असर स्कूल में दाखिलों पर पडऩे लगा है।
उन्होने बताया केंद्र और राज्य सरकार के दिशा निर्देश अनुसार मैनेजमेंट द्वारा मार्च  महीने से ही  लॉक डाउन की पालना करते हुए स्कूल को बंद रखा गया है। सरकार के आदेशानुसार ही ऑनलाइन क्लास लगाई जा रही हैं। बच्चों की फीस और स्टाफ के वेतन के संबंध में भी गाइडलाइन्स की पालना की जा रही है। स्कूल में किसी भी बच्चे, अभिभावक, अध्यापक, नॉन टीचिंग स्टाफ या अन्य कोई भी व्यक्ति जो स्कूल से जुड़ा हुआ हो को कोई परेशानी नहीं है।

Vicky Sharma