जहरीली शराब कांड: अपनी ही पार्टी के सदस्यों ने कैप्टन को घेरा, CBI जांच की उठी मांग
punjabkesari.in Tuesday, Aug 04, 2020 - 01:08 PM (IST)
पंजाब: पंजाब में जहरीली शराब के सेवन से मरने वालों का आंकड़ा 100 के पार पहुंच चुका हैं। ऐसे में राज्य सरकार के खिलाफ सभी विपक्षी दलों ने मोर्चा खोल लिया है। चारों तरफ से निशाने पर घिरी कैप्टन सरकार के खिलाफ अब उनके ही मंत्रिमंडल के नेता भी उन पर निशाना साध रहे है। दो सांसदों राज्य सभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा और शमशेर सिंह ढुलो ने अपनी ही पार्टी की सरकार को आड़े हाथों लिया और शराब की अवैध बिक्री की सीबीआई व ईडी से जांच कराने के लिए राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा। उन्होंने राज्य प्रशासन पर स्पष्ट रूप से नाकाम रहने का आरोप लगाया तथा दावा किया कि अगर मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अवैध शराब के कारोबार की शिकायतों पर समय रहते कार्रवाई की होती, तो यह घटना टल सकती थी।
जहरीली शराब से हुई मौतों के लिए भाजपा ने मांगा कैप्टन का इस्तीफा
भाजपा के प्रदेश महामंत्री जीवन गुप्ता ने आज यहां बयान जारी कर कहा कि जहरीली शराब पीने जहां सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है वहीं अनेक विभिन्न अस्पतालों में जिंदगी-मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इतने लोगों की भयानक मौत के लिए कथित तौर पर मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं तथा उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।
केजरीवाल भी कर चुके है सीबीआई जांच की मांग
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मामले में सीबीआई की जांच की मांग की है। केजरीवाल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि ‘पंजाब में अवैध शराब पीने के कारण लोगों की मौत से दुखी हूं। राज्य सरकार को ऐसे माफिया पर लगाम लगाने के लिए फौरन कदम उठाने की आवश्यकता है। यह मामला फौरन सीबीआई को सौंपा जाना चाहिए क्योंकि स्थानीय पुलिस ने पिछले कुछ महीनों से अवैध शराब का कोई भी मामला हल नहीं किया है।'
सबसे ज्यादा पढ़े गए
Recommended News
Recommended News
Shukrawar Upay: कुंडली में शुक्र है कमजोर तो कर लें ये उपाय, कष्टों से मिलेगा छुटकारा
Bhalchandra Sankashti Chaturthi: आज मनाई जाएगी भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व
Rang Panchami: कब मनाया जाएगा रंग पंचमी का त्योहार, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर अमेरिका की टिप्पणी पर जयशंकर ने दिया कड़ा जवाब , कहा- भारत में दखलंदाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी