सिद्धू ने किया Tweet बोले,-''आंदोलन की राह फूलों भरी नहीं होती..", मांगती है खून-पसीना और आंसू
punjabkesari.in Tuesday, Dec 08, 2020 - 01:42 PM (IST)
जालंधरः भारत बंद के दौरान मंगलवार को नवजोत सिद्धू ने एक बार फिर से ट्वीट करते हुए किसानों की हौसला अफजाई की है। उन्होंने कहा कि आंदोलन की राह फूलों भरी नहीं होती है। यह खून पसीनां और आंसू मांगती है। उन्होंने कहा है कि गंदे कानून अत्याचारों की तरह होते है और सरकार को इनमें संशोधन करना चाहिए।
लंबे समय से थे हाशिए पर...
लंबे समय से पंजाब की राजनीति में हाशिए पर रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री व विधायक नवजोत सिंह सिद्धू कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन के दौरान किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। ट्विटर हैंडल पर 21 जुलाई 2019 को सिद्धू ने मंत्रीपद छोड़ने के बाद ट्वीट किया था कि, मैंने सराकारी बंगला छोड़ दिया है। इसके बाद सिद्धू ने किसान आंदोलन को लेकर 12 सितंबर 2020 में ट्वीट करके केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला।
Revolutions are not made with rose water. It takes blood, sweat, toil & tears. This exemplary movement inspires every Indian to fight for What is Right & Just. Government must make amends... the hands that gave the wounds, must give the cure. Bad laws are worst sort of tyranny. pic.twitter.com/C4P8Bw3aAM
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) December 8, 2020
ट्वीट कर सिद्धू ने क्या लिखा...
सिद्धू ने ट्वीट करते हुए लिखा,"आंदोलनों की राह फूलों भरी नहीं होती हैं। यह खून, पसीने, मेहनत और आंसुओं से भरी होती है। यह उदाहरण है कि हर भारतीय को सही के लिए लड़ने को प्रेरित करती है। सरकार को संशोधन करने चाहिए, जिन हाथों ने जख्म दिए है, उन्हीं हाथों को इलाज भी करना चाहिए। गलत कानून बहुत ही बुरे अत्याचारों की तरह है।"
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