करतारपुर कॉरिडोर: खालिस्तानी समर्थक गोपाल चावला के साथ सिद्धू और लोंगोवाल की तस्वीरें वायरल
punjabkesari.in Thursday, Nov 29, 2018 - 12:16 PM (IST)
नर्इ दिल्लीः करतारपुर साहिब कॉरिडोर की आधारशिला रखने के कार्यक्रम में मौजूद रहे पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और एस.जी.पी.सी. के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लोंगोवाल विवादों में घिर में गए हैं। समारोह दौरान सिद्धू और लोंगोवाल की खालिस्तानी समर्थक गोपाल सिंह चावला के साथ मुलाकात होने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जिसको लेकर दोनों विरोधियों के निशाने पर आ गए हैं।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के जनरल सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर तस्वीरें पोस्ट करते हुए लिखा,''और कितनी शर्मिंदा करोगे सिख क़ौम को अपनी बचकानी हरकतों से??''
What next @sherryontopp?
— Manjinder S Sirsa (@mssirsa) November 29, 2018
A hug to Hafiz Saeed or a Shayari dedication to Lashkar-e-Tiaba??
और कितनी शर्मिंदा करोगे सिख क़ौम को अपनी बचकानी हरकतों से??? pic.twitter.com/ibGFlzBEOi
सिरसा ने एक और ट्विट करते हुए लिखा ,'' पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने पाकिस्तान और भारत की गतिविधियों के चलते पाक न जाने का फ़ैसला लिया लेकिन उनके अपने मंत्री न सिर्फ़ उनकी इच्छा विरुद्ध पाकिस्तान गए बल्कि हाफिज सईद के करीबी गोपाल चावला के साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं। क्या अब कैप्टन साहिब अपने इस ग़ैर -ज़िम्मेदार मंत्री को कैबिनेट से हटाएंगे?
.@capt_amarinder declined to visit Pak bcos Pak supports anti-India & anti-Punjab activities; but his own Minister @sherryontopp goes agnst his wish & gets clickd with Gopal S Chawla; close aide of Hafiz Saeed & anti-India persn
— Manjinder S Sirsa (@mssirsa) November 29, 2018
Wud Captain Sahab sack his irresponsible Minister? pic.twitter.com/EUSb7PK8EJ
बता दें कि कॉरिडोर के शिलान्यास के समारोह में आतंकी हाफिज सईद का करीबी और खालिस्तान समर्थक आतंकी गोपाल सिंह चावला जनरल कमर जावेद बाजवा के साथ हाथ मिलाता भी दिखा। चावला ISI का भी एजेंट है। सितंबर माह में करतापुर कॉरिडोर खोले जाने की बातचीत के बाद यह आतंकी करतारपुर में दिखा था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जब सिद्धू ने पाक से कॉरीडोर खोलने का प्रस्ताव रखा था, तो करतारपुर में खालिस्तान समर्थकों की गतिविधियां बढ़ गई थीं।