ONLINE DEATH: अगर बीच में छोड़ी गेम तो करनी पड़ेगी सुसाइड
punjabkesari.in Friday, Aug 04, 2017 - 11:07 AM (IST)

नर्इ दिल्लीः ब्लू व्हेल जैसी खतरनाक व आत्मघाती गेम के खूनी खेल ने पूरी दुनिया में खौफ पैदा कर दिया है। दुनिया भर में 250 से ज्यादा युवाओं को मौत की नींद सुला चुकी यह गेम ऑनलाइन यूजर्स को अपना टार्गेट बना रही है। इस ऑनलाइन चैलेंज गेम की दीवानगी के चलते ही लोग सुसाइड जैसे चैलेंज को भी करने से नहीं कतरा रहे। ब्लू व्हेल नाम की ऑनलाइन खूनी गेम अब भारत में भी दाखिल हो रही है। इस गेम का ताजा शिकार मुम्बई स्थित अंधेरी का 14 साल का बच्चा किशोर मनप्रीत है। मनप्रीत ने गेम के चैलेंज को पूरा करने के लिए 7वीं मंजिल से कूदकर खुदकुशी कर ली है।
राज्यसभा में उठा मुद्दा, बैन लगाने की मांग
नई दिल्ली: मुम्बई के अंधेरी में 14 साल के एक बच्चे द्वारा छत से कूदकर आत्महत्या करने के बाद आज राज्यसभा में ब्लू व्हेल गेम का मुद्दा उठा। सांसद अमर शंकर ने इस मुद्दे को उठाते हुए इस पर बैन लगाने की मांग की। महाराष्ट्र विधानसभा में भी ङ्क्षचता जताते हुए गेम पर बैन लगाने की मांग की गई थी। ब्रिटेन में में ब्लू व्हेल गेम लांच होने जा रही है। इस संबंध में स्कूलों ने अभिभावकों को आगाह कर दिया है। रूस में गेम पर अंकुश लगाने के लिए रूसी संसद में 6 साल की सजा वाला बिल पास किया गया है।
क्या है यह गेम
ब्लू व्हेल गेम या द ब्लू व्हेल चैलेंज नाम की गेम रूस के फिलिप बुडेकिन नाम के शख्स ने 2013 में बनाई थी। इस खेल में एक एडमिन होता है जो खेलने वाले को अगले 50 दिन तक बताता रहता है कि उसे आगे क्या करना है। खेल के आखिरी दिन खेलने वाले को खुदकुशी करनी होती है और उससे पहले एक सैल्फी लेकर अपलोड करनी होती है।
बीच में नहीं छोड़ सकते हैं गेम
यदि एक बार गेम खेलनी शुरू कर दी तो वह इसे बीच में नहीं छोड़ सकता। यदि गेम को बीच में छोड़ दिया तो एडमिन आपका फोन हैक कर लेगा और फोन की सारी डिटेल हैक एडमिन के पास चली जाएगी। अगर कोई बीच में गेम छोडऩा चाहे तो एडमिन की तरफ से धमकी मिलती है कि उसे या फिर उसके माता-पिता को जान से मार दिया जाएगा।
गेम निर्माता है जेल में
2016 में इस गेम के निर्माता फिलिप बुडेकिन को युवाओं को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। बुडेकिन से पुलिस पूछताछ में पता चला कि वह साइकोलॉजी का स्टूडैंट है। उसने पुलिस को बताया कि उसका मकसद समाज की सफाई करना है। उसके मुताबिक जो अपने जीवन का मूल्य नहीं समझते वे समाज के लिए कचरा हैं और उनकी सफाई करना जरूरी है।