पाक सैना ने कब्जा रखी है 9 हजार करोड़ से अधिक की संपति, इमरान कटोरा लेकर मांग रहे हैं फंड

punjabkesari.in Saturday, Sep 07, 2019 - 03:52 PM (IST)

जालंधर। (सूरज ठाकुर) बार-बार भारत को युद्ध की धमकियां देने वाली पाकिस्तानी सेना ने अपने देश की आधी से ज्यादा संपति कब्जा रखी है। एक रिर्सच के मुताबिक पाकिस्तान सैना का नेट वर्थ भारतीय रुपए में 9,072 करोड़ रुपए है। सैना के आला अधिकारियों की संपति 271 करोड़ के आसपास है। जबकि वहां की गरीब जनता रोटी के लिए पाकिस्तान सरकार को कई देशों और अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों के आगे हाथ फैलाने पड़ रहे हैं। पाकिस्तान सरकार और प्रधानमंत्री इमरान खान के हालात सैना के आगे बंधुआ मजदूरों की तरह हैं। ऐसे में पाकिस्तान का राष्ट्रवाद गरीब और भूखी जनता के आगे दम तोड़ने लगा है। वहां की जनता युद्ध नहीं चाहती है, और भ्रष्टाचार में डूबी सैना जनता को एहसास दिलाने में जुटी है कि सैना है तो पाकिस्तान है। भारत पाकिस्तान के संबधों को लेकर राज्यसभा सांसद आर. के सिंहा द्वारा लिखित पुस्तक "बेलगाम लपेट" में जिक्र किया गया है कि पाकिस्तान की आर्मी भ्रष्टाचार, कालाबाजारी, स्मगलिंग और आतंकवाद में पूरी तरह से लिप्त है। पाकिस्तान की पूरी संपति का 56 फीसदी हिस्सा पाकिस्तानी सेना के जनरलों ने कब्जाया हुआ है। ऐसे में पाकिस्तानी सैना का मनोबल कैसा होगा?      

पाकिस्तान की 12 फीसदी उपजाऊ जमीन भी सैना के कब्जे में   
पाकिस्तानी रक्षा विशेषज्ञ डॉक्टर आइशा सिद्दिका की 2007 में लिखी किताब "इनसाइड पाकिस्तान मिलिट्री इकॉनमी" का जब विमाचन हुआ तो वहां काफी बवाल मचा था। इस किताब में खुलासा किया गया था कि पाकिस्तानी आर्मी कितनी अमीर है। आइशा सिद्दिका ने अपनी रिसर्च में बताया था कि पाकिस्तानी सेना का नेट वर्थ भारतीय रुपए में 9,072 करोड़ रुपए है। यह धनराशि पाकिस्तान में आने वाली एफडीआई के मुकाबले 4 गुना ज्यादा है। आइशा ने अपनी किताब में एक किस्से का जिक्र भी किया था जहां पंजाब प्रांत में सेना को दी गई जमीन में गोल्फ कोर्स और ड्राइविंग रेंज बनवा दी गई थी।

टॉप 100 सैना अधिकारियों की कुल संपति 271 करोड़
फौजी फाउंडेशन ने एक शुगर मिल को बेहद सस्ते दामों में एक पूर्व आर्मी अफसर को ही बेच दिया था। उनकी किताब में इस बात का भी जिक्र है कि पाकिस्तान की सबसे उपजाऊ 12 प्रतिशत जमीन भी सैना के कब्जे में है। इसमें से दो तिहाई जमीन तो सैना के पूर्व अधिकारियों को तोहफे में दी गई है। सिद्दिका के मुताबिक पाकिस्तान के टॉप 100 सैना अधिकारियों की कुल संपति की कीमत 271 करोड़ रुपए है। इससे साफ जाहिर है कि पाकिस्तान सरकार लाचार है और गरीब जनता को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।

सैना चला रही है 50 से ज्यादा कंपनियां
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सैना के नाम पर 50 से ज्यादा कंपनियां चल रही हैं। 50 बड़े बिजनेस पाकिस्तानी सेना के नाम हैं। यह सभी बिजनैस पाकिस्तानी सीनियर आर्मी अफसरों की निगरानी में चैरिटेबल ट्रस्ट के नाम पर चलते हैं। "पाकिस्तानी फौजी फाउंडेशन" 25 कंपनियां चला रही हैं। इनमें 4 पूरी तरह से फौजी फाउंडेशन के अंतर्गत हैं और इनकी 21 सहायक कंपनियां हैं। फाउंडेशन के हेड पूर्व फौजी ही हैं। पाकिस्तानी सेना और उसके अधिकारियों की दौलत की भूख यहीं खत्म नहीं होती है। कई पाकिस्तानी पूर्व सेना अधिकारी और आईएसआई के चीफ विदेशों में बड़े आहदों में तैनात होकर करोड़ों रुपए की संपति अर्जित कर रहे हैं। इस बारे में 2018 में पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट भी सवाल उठा चुका है।

 

 

Suraj Thakur