पीएसईबी : सिलेबस के बाद अब बदलेगा प्रश्न पत्रों का पैटर्न, ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न होंगे शामिल

punjabkesari.in Tuesday, Nov 10, 2020 - 09:05 PM (IST)

लुधियाना (विक्की) : पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा अपने विद्यार्थियों के लिए अकादमिक वर्ष 2020 -21 के लिए स्कूल स्तरीय सिलेबस में 30 प्रतिशत कटौती किए जाने का ऐलान पहले ही कर दिया गया है अब इस सम्बन्ध में अन्य बदलावों को भी बोर्ड द्वारा अमली जामा पहनाया जा रह है। यह बदलाव कोविड -19 की अंतरराष्ट्रीय महामारी के कारण लगातार रिवायती स्कूली शिक्षा न दिए जा सकने के मद्देनज़र किया गए हैं।

बदलेगा प्रश्न पत्रों का रूप भी

शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन प्रोफ़ैसर (डॉ) योगराज ने अकादमिक शाखा के आधिकारियों और विषय विशेषज्ञों से बैठक दौरान यह फ़ैसला लिया और सोमवार देर शाम को कटौती किया भाग बोर्ड की वेब -साइट पर डाल दिया गया। उन्होंने कहा कि इतिहास और पंजाबी विषयों के अलावा अन्य विषयों के पाठ्यक्रमों में कटौती के साथ साथ मार्च 2021 परीक्षा के प्रश्न पत्रों की बनावट में भी तब्दीली की जाएगी क्योंकि रिवायती स्कूली शिक्षा दिए न जा सकने की हालत में मूल्यांकन की बनावट भी रिवायती नहीं रखी जा सकती। चेयरमैन ने अकादमिक शाखा को निर्देश दिए कि प्रश्न पत्रों की नयी बनावट और उसी तर्ज पर सैंपल प्रश्न पत्र भी बोर्ड की वेबसाईट पर डाले जाएँ ताकि सभी सबंधतें को तब्दीली बारे एक ही जगह से सारी जानकारी उपलब्ध हो सके।

विशेषज्ञों से परामर्श के उपरांत कम किया गया सिलेबस

बोर्ड चेयरमैन ने सोमवार को देर शाम बैठक दौरान विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों और कोऑर्डिनेटर्स द्वारा पंजाब भर के स्कूल अध्यापकों, लेक्चररों और शैक्षिक विशेषज्ञों से सलाह मशवरों के उपरांत तैयार किए विभिन्न कक्षाओं और इतिहास और पंजाबी के अलावा बाकी विषयों के पाठ्यक्रम कटौती पत्रों की समीक्षा की और आदेश दिए कि कोविड के हालातों के कारण न सिर्फ़ राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रशासकीय, आर्थिक और अकादमिक बदलाव के मद्देनज़र पाठ्यक्रम में 30 प्रतिशत कटौती का ऐलान करते हुए बोर्ड की वेब -साइट पर बाकी सिलेबस डाल दिया जाए। उन्होंने बताया कि बोर्ड के विशेषज्ञ अकादमिक वर्ष के शुरू में अप्रैल से ही शिक्षा प्रसार करने की प्रणाली पर नज़र रख रहे हैं और पाठ्यक्रम में कटौती अभी सिर्फ़ पहला क़दम है। उन्होंने कहा कि ज़रूरत पड़ने पर इसकी समीक्षा करने के उपरांत में कटौती में वृद्धि भी किया जा सकता है परन्तु ऐसी कोई भी स्थिति देश भर में लिए जाने वाले फ़ैसलों के अनुरूप ही होगी।

समय बद्ध तरीक़े से ही स्कूलों में विद्यार्थियों को अध्यापकों द्वारा पढ़ाए जा सकने की अनुपस्थिति के कारण विद्यार्थियों की मूल्यांकन की तरतीब में भी तब्दीली करते हुए इस को ज़्यादातर वस्तुनिष्ठ
(ऑब्जेक्टिव टाइप) परन्तु असरदार बनाना होगा। नयी प्रश्न पत्र बनावट के आधार पर नमूनो के प्रश्न पत्र और अन्य सहायक पाठ सामग्री भी बोर्ड द्वारा ज़रूरत और माँग अनुसार उपलब्ध करवाई जाएगी ताकि जारी अकादमिक वर्ष में पेश आई अकादमिक रुकावट को नए अकादमिक क्रम के तौर पर मान कर विद्यार्थियों को अकादमिक नुक्सान से बचाया जा सके।“

- प्रोफ़ैसर (डॉ) योगराज, चेयरमैन पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड


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Vicky Sharma

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