रेल रोको आंदोलन: 50 स्थानों पर धरना प्रदर्शन, रोकी गईं ये गाड़ियां

punjabkesari.in Thursday, Feb 18, 2021 - 02:22 PM (IST)

जैतो(रघुनंदन पराशर): विभिन्न किसान संगठनों द्वारा केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कृषि कानूनों के विरोध में आज रेल रोको आन्दोलन का आयोजन किया गया है। इन काले कानूनों के खिलाफ अपना रोष जाहिर करते हुए संयुक्त किसान मोर्चे की ओर से देश भर में आज 4 घंटे के लिए रेल रोको आंदोलन निश्चित किया गया है। किसानों ने लगभग 50 स्थानों पर धरना लगाया हुआ है। इसके चलते कई ट्रेनों को रोक दिया गया है जबकि कुछ को देरी से चलाया गया है। पंजाब के कई जिलों में किसान रेलवे ट्रैक पर बैठ कर धरना दे रहे हैं। गौरतलब है कि केंद्र सरकार की तरफ से बनाऐ गए खेती के काले कानूनों ख़िलाफ़ पिछले लगभग 85 दिनों से किसान दिल्ली की ड्योढ़ी पर डटे हुए हैं। 

फिरोजपुर: इसी के चलते फिरोजपुर छावनी के रेलवे स्टेशन पर अलग-अलग किसान संगठनों ने रेल का चक्का जाम किया और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसान नेताओं ने कहा कि जब तक मोदी सरकार किसान विरोधी कानून वापस नहीं लेती, तब तक किसानों का संघर्ष जारी रहेगा। किसानों ने प्रधान मंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते हुए शांतीपूर्ण धरना दिया। उन्होंने कहा कि कितनी शर्म की बात है कि देश भर के किसान कड़ाके की ठंड में अपने परिवारों के साथ मिल कर काले कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सड़कों पर शांतीपूर्ण किसान आंदोलन कर रहे हैं। दूसरी ओर भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पर किसानों के इस आंदोलन का कोई प्रभाव नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि दिल्ली में किसानों के खिलाफ दर्ज किए गए सभी झूठे मुकदमे रद्द किए जाएं और भाजपा लोगों में झूठी अफवाहें फैला कर भ्रम पैदा करना बंद करें। किसानों ने मांग की कि केंद्र सरकार जल्द से जल्द काले कानूनों और बिजली संशोधन एक्ट को रद्द करे। 

पठानकोट: आज कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने रेल रोको आंदोलन किया। मिली जानकारी के अनुसार संयुक्त किसान मोर्चो के नेता कामरेड नत्था सिंह डडवाल, केवल कृष्ण कालिया, सत्या देव सैनी की अध्यक्षता मंडल में बड़ी संख्या में किसानों ने पठानकोट कैंट रेलवे स्टेशन पर इकट्ठा हो कर दिल्ली और कटरा जम्मू से आने वाली ट्रेनों को रोका। इस मौके उन्होंने मोदी सरकार को चेतावनी दी कि कृषि से संबंधित काले कानून, जो किसान को तबाह करने पर तुले हैं, को रद्द करके पंजाब के अन्नदाता को राहत प्रदान की जाए। उन्होंने कहा कि जब तक कृषि कानून मोदी सरकार रद्द नहीं करती तब तक मोदी सरकार और कॉर्पोरेट घरानों के खिलाफ जंग जारी रहेगी। 

खन्ना: आज पंजाब सहित पूरे देश में ट्रेनों का चक्का जाम किया गया है, वहीं खन्ना रेलवे स्टेशन पर भी किसानों ने नारेबाजी करते हुए मोदी सरकार के खिलाफ खूब भड़ास निकाली। खन्ना रेलवे स्टेशन पर किसानों की जत्थेबंदियों द्वारा 10 मीटर की दूरी पर ही अलग-अलग 2 धरने लगाए गए। इनमें से एक धरना राजेवाल पक्ष के किसानों और दूसरा धरना भारतीय किसान यूनियन पंजाब के किसानों की ओर से लगाया गया। हालांकि मीडिया के सवालों के बाद दोनें धरने इकट्ठे ही लगाए गए। इस संबंधी भारतीय किसान यूनियन राजेवाल के नेता का कहना था कि उन्होंने 32 किसान जत्थेबंदियों के कहने पर यह धरना लगाया है और दूसरी ओर जो धरना लगाया गया है, वह किसान मोर्चे के 32 सदस्यों में से नहीं हैं। उक्त नेता ने कहा कि इन किसानों ने सिर्फ खन्ना में ही धरना लगाया हुआ है।

फतेहगढ़ साहिब: संयुक्त किसान मोर्चे की ओर से दिए गए 'रेल रोको आंदोलन' के चलते फतेहगढ़ साहिब में भी किसान जत्थेबंदियों की ओर से चक्का जाम किया गया। किसानों ने वीरवार को सरहिन्द रेलवे ट्रैक पर ट्रेनें रोकी। किसानों की ओर से केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। इस मौके किसान जत्थेबंदियों के नेताओं ने कहा कि वह 4 बजे तक कोई भी ट्रेन नहीं चलने देंगे और शांतमयी प्रदर्शन जारी रखेंगे। 

टांडा उड़मड़: कृषि कानूनों के खिलाफ आवाज बुलंद करने के लिए किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने आज टांडा के रेलवे स्टेशन पर रेल रोको आंदोलन किया। राज्य प्रधान सतनाम सिंह पन्नू और सविन्दर सिंह चुताला के दिशा-निर्देशों के अधीन टांडा जोन प्रधान परमजीत सिंह भुल्ला और सचिव कुलदीप सिंह बेगोवाल के नेतृत्व में हुए रोश प्रदशन दौरान बड़ी संख्या में इलाके के अलग-अलग गांवों से आए किसानों ने मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान उक्त नेताओं ने मोदी सरकार के खिलाफ रोष प्रकट करते हुए कहा कि कॉर्पोरेट घरानों को लाभ देने के लिए लाए गए इन कानूनों के खिलाफ उनका संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक ये कानून रद्द नहीं हो जाते। इसके साथ ही किसानों ने मोदी सरकार की ओर से आंदोलन कर रहे किसानों पर किए जा रहे अत्याचार का विरोध करते हुए गिरफ्तार किए गए किसानों को तुरंत रिहा करने की बात कही। 

इस आंदोलन के कारण डाउन डायरेक्शन में फिरोजपुर मंडल के फगवाड़ा स्टेशन पर मालवा एक्सप्रेस तथा जालंधर कैंट स्टेशन पर सुपर एक्सप्रेस को रोका गया। इसी तरीह अप डायरेक्शन में जम्मू से आने वाली मालवा एक्सप्रेस को पठानकोट कैंट स्टेशन पर तथा लुधियाना रेलवे स्टेशन पर पश्चिम एक्सप्रेस को रोका गया। इसके अतिरिक्त वन्दे भारत जो कि पठानकोट कैंट से निकल चुकी है उसको बाड़ी ब्राह्मण, सर्वोदय को कठुआ तथा संबलपुर जम्मू को विजयपुर में रोका गया है। इसी तरीके जो ट्रेनें दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे के बीच शुरू होनी थी उन्हें उनके मूल स्टेशन पर ही पुट बैक कर दिया गया है। इन ट्रेनों में धनबाद एक्सप्रेस फिरोजपुर कैंट से, शहीद एक्सप्रेस अमृतसर से और बेगमपुरा को जम्मू तवी रेलवे स्टेशन से ही रेगुलेट किया गया है।
 
जानकारी के अनुसार धरना खत्म होते ही सुरक्षा संबंधित प्रोटोकॉल का पालन करते हुए इन गाड़ियों को चला दिया जाएगा। इस धरना प्रदर्शन के कारण किसी भी गाड़ी को कैंसिल नहीं किया गया है और न ही वर्तमान रूट को डायवर्ट किया गया है। इन ट्रेनों को सिर्फ विलंब के कारण देरी से चलाया जाएगा या उनको ऐसे स्थानों पर खड़ा कर दिया गया है जिससे यात्रियों को ज्यादा असुविधा का सामना न करना पड़े तथा उन्हें मूलभूत सुविधाएं प्राप्त हो सकें।

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Content Writer

Sunita sarangal