रेल रोको: रेलवे विभाग को 1200 करोड़ से ज्यादा नुक्सान, 32 स्थानों पर किसानों का धरना जारी

punjabkesari.in Wednesday, Nov 04, 2020 - 03:56 PM (IST)

चंडीगढ़,जालंधर। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह अपने विधायकों और मंत्रियों के साथ मालगाड़ियों की आवाजाही को बहाल करवाने के लिए दिल्ली में डटे हुए हैं, वहीं इसके विपरीत रेलवे विभाग ने दावा किया है कि पंजाब में किसानों द्वारा शुरू किए गए रेल रोको आंदोलन के कारण विभाग को 1200 करोड़ से अधिक  नुक्सान हुआ है। विभाग द्वारा गाड़ियों का परिचालन अभी भी बंद है और विभाग को लगातार नुकसान होता ही जा रहा है। केंद्रीय रेलवे मंत्रालय कैप्टन सरकार से मालगाड़ियों की आवाजाही के लिए सुरक्षा की गारंटी मांग रहा है, रेलवे के मुताबिक रेलवे ट्रैक पर किसानों का आंदोलन अभी भी 32 स्थानों पर जारी है।  

2225 माल गाड़ियों का नहीं हुआ परिचालन
जानकारी के मुताबिक रेलवे ट्रैक पर किसानों का आंदोलन अभी भी जारी है, जिसके चलते पिछले एक माह से 2225 माल गाडियों का परिचालन बंद है। इससे उद्योगों को करोड़ों का नुक्सान उठाना ही पड़ रहा है साथ में रेलवे विभाग को भी 1200 करोड़ से ज्यादा चपत लगने का अनुमान है। किसान संघों के 21 अक्टूबर को केंद्र के नये कृषि कानूनों के खिलाफ कई सप्ताह से जारी अपने रेल रोको आंदोलन से माल गाड़ियों को छूट देने की घोषणा की थी, जिसके बाद राज्य में उनका परिचालन बहाल हो गया था।

इसलिए बंद है माल गाड़ियां
इस पर केंद्र सरकार ने रेलवे ने 22 अक्टूबर को मालगाड़ियों का परिचालन शुरू किया था, लेकिन 23 अक्टूबर को दो दिनों के लिए निलंबित करने का निर्णय किया जब कुछ किसानों ने उनका आवागमन बाधित किया था। सूबे के  जंडियाला, नाभा, तलवंडी साबो और बठिंडा के आसपास विभिन्न स्थानों पर किसानों की छिटपुट नाकाबंदी जारी है। रेल मंत्री ने 26 अक्टूबर, 2020 को सीएम पंजाब सरकार को पत्र लिखकर पटरियों की सुरक्षा और परिचालन फिर से शुरू करने के लिए कर्मचारियों के बारे में आश्वासन मांगा था। 

1350 यात्री ट्रेनें भी बंद
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह का दावा है कि राज्य सरकार सुरक्षा की दृष्टि से स्टेशनों पर पुलिस तैनात करने को तैयार और किसान संगठन भी मालगाड़ियों को कोई  नुक्सान नहीं पहुंचाएंगे। इसके बावजूद समस्या का हल नहीं निकल पाया है। इस बारे में गुरूवार को रेल मंत्री पीयूष गोयल के साथ सूबे के 8 सांसद भी मूलाकात करने वाले हैं।त्यौहार के सीजन में यात्री ट्रेनों की आवाजाही भी पंजाब से ठप पड़ी हुई है, लोग दिवाली पर अपने मूल स्थान के लिए जा नहीं पा रहे हैं। करीब 1350 यात्री ट्रेनों को रेल रोको आंदोलन के कारण रद्द करना पड़ा है। ट्रेनों की आवाजाही बंद होने से पंजाब, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।


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Suraj Thakur

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