Save Water Save Life : अपने बच्चों को भी सिखाएं पानी की बचत करना

punjabkesari.in Tuesday, Dec 05, 2023 - 12:31 PM (IST)

बरनाला: जल ही जीवन है। अगला विश्वयुद्ध पानी को लेकर होगा। अब ऐसी बातें कहने और डराने का वक्त नहीं बचा है। जरूरत है पानी को बचाने के लिए जागरूकता अभियान की। इस जल अभियान में हम सभी को आगे आने की जरूरत है। हमें पानी के महत्व को समझते इसका संरक्षण करना चाहिए क्योंकि ये सिर्फ हमारे लिए नहीं बल्कि हमारे आने वाली पीढ़ी के लिए भी बेहद जरूरी है। अगर हम अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए कुछ करना चाहते हैं तो आगे बढ़ कर जल संरक्षण के लिए अपना योगदान देना चाहिए।

नलों को खुला छोड़ पानी बर्बाद न करें लोग

बच्चों को बताएं कि कभी भी नलों को खुला न छोड़ें और पानी का इस्तेमाल करने के बाद नल को कसकर बंद करें। बच्चों को सिखाएं कि जितना पानी पीना हो उतनी गिलास भरें। ज्यादा पानी लेकर आधा गिलास में न छोड़ें। पानी स्टोर करना सिखाएं और सब्जियों के धुले हुए पानी को पौधों पर डालने के लिए प्रोत्साहित करें।

पानी के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती

जल ही जीवन है यह वाक्य हम सभी ने सुना है और यह बिल्कुल सही भी है। क्योंकि पानी के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। इसलिए हम सभी को पानी के महत्व को समझना चाहिए और अपने बच्चों को भी पानी के महत्व के बारे में समझाना चाहिए। हमें पता है धरती में पानी की कमी होती जा रही है। पानी हम सभी के जीवन के लिए कितना जरूरी है यह बात भी हम जानते हैं। हमारे देश में भी ऐसे कई क्षेत्र हैं जहां लोगों को पानी के लिए मीलों पैदल चलना पड़ता है, हमें उनके बारे में सोचना चाहिए।

बच्चों को पानी की बचत हेतु जरूर करें जागरूक

बच्चों को पेड़ों के महत्व के बारे में बताएं और पेड़ लगाने की सलाह देनी चाहिए। उन्हें पेड़ लगाने के अभियान में भी लेकर जाएं। अगर कहीं पेड़ काटे जा रहे हों तो इसकी जानकारी बड़ों को देने की बात भी उनको बताएं। स्कूल से घर लौटने पर बच्चों से कहें कि वे अपनी पानी की बोतलों में जो भी थोड़ा-सा पानी बचा है, उसे ड्रम में डालें। बारिश के पानी को बचाने के बारे में उनसे बात करें।

जिम्मेदार नागरिक बनकर पानी को व्यर्थ न बहने दें लोग

हम सभी ने बच्चों को अक्सर यूं ही पानी बहाते हुए देखा है। यदि हमें अपने बच्चों को पानी की बचत करना सिखाना है तो पहले हमें उन्हें पानी का महत्व बताना पड़ेगा। जब वो पानी के महत्व को जान जाएंगे तो पानी बर्बाद भी नहीं करेंगे। अकसर देखने में आया है कि कई जगहों पर पानी के नलों में से व्यर्थ ही पानी बहता रहता है, लोग इनके आस-पास से देखकर गुजर जाते हैं परंतु इन नलों में से बह रहे पानी को बंद नहीं किया जाता जिसके कारण पानी की लगातार बर्बादी होती रही है, जो कि एक गहन चिंता का विषय है।

आगे बढ़कर जल संरक्षण हेतु दें योगदान

अगर हम अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए कुछ करना चाहते हैं तो हमें आगे बढ़कर जल संरक्षण के लिए अपना योगदान देना चाहिए। हमें खुद पानी की बचत करना सीखना होगा और अपने बच्चों को भी इसका महत्व बताना होगा। जल ही जीवन है के तर्ज पर हमें अपने बच्चों को पानी के महत्व के बारे में बताना चाहिए और उन्हें पानी की बचत करने के स्मार्ट तरीके सिखाने चाहिए।

हर काम की शुरूआत खुद से होनी चाहिए

हर काम की शुरूआत खुद से होनी चाहिए। जो आर.ओ. का वेस्ट पानी है उसे प्रयोग में लाएं। इस पानी से हम कपड़े व सफाई का काम कर सकते हैं। शौचालय के फ्लस पर 2 प्रकार के पानी फ्लस करने के बटन लगे होते हैं। छोटा बटन कम पानी व बड़ा बटन ज्यादा पानी के लिए होता है, लेकिन लोगों को इसकी जानकारी नहीं है। बड़े बटन को दबाकर लोग ज्यादा पानी का प्रयोग करते हैं। इस दौरान काफी पानी वेस्ट होता है। इसे बचाने की जरूरत है।

पानी को बचाना है तो इसका महत्व समझना होगा

पानी की बचत को समझें। वेस्ट न करें। लोगों व अपने बच्चों को भी जागरूक करें। पानी को बचाना है तो इसका महत्व समझना होगा। यह प्रक्रिया केवल एक दिन नहीं इसे जीवन में लगातार उतारें। नल खुला न छोड़ें। खराब है तो ठीक करवाएं। घर में झाडू-पोंछा से काम चलता है तो चलाएं। धुलाई कम करें।

हम सभी को जागरूक होने की आवश्यकता

हम सभी को जागरूक होने की आवश्यकता है। पानी की इतनी कमी पहले कभी नहीं हुई, लेकिन अब यह कमी साल-दर-साल बढ़ती ही जा रही है। सरकार को दोष न देकर हमें खुद पानी की बर्बादी होने से रोकना चाहिए। स्कूलों में symposium, निबंध प्रतियोगिता और वाद-विवाद प्रतियोगिता के साथ ही बच्चों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक कर हम नई पहल शुरू कर सकते हैं।

एक-दूसरे को दोष न देकर पानी बचाने का काम सबसे पहले घरों से शुरू करने की आवश्यकता

एक-दूसरे को दोष न देकर पानी बचाने का काम सबसे पहले अपने-अपने घरों से शुरू करने की आवश्यकता है। हम सभी पानी बर्बाद कर रहे हैं। अगर हम पानी की बर्बादी को कम कर दें, तो कुछ हद तक जल बचाया जा सकता है। इसके बाद ही समस्याएं कम होंगी। लोगों को वर्षा के समय जल को संरक्षित करना चाहिए। इससे हमारा आने वाला कल भी सुरक्षित होगा।

पानी बचाने के लिए अपने बच्चे को बताएं ये तरीके

  • बच्चों को बताएं कि वो नहाने के लिए सिर्फ जरूरत भर के पानी का इस्तेमाल करें न कि ज्यादा पानी की खपत करें।
  • अगर बच्चे नहाते वक्त अपने कपड़े पानी से धो रहे हों तो उनको धूले हुए कपड़ों के पानी को फैंकने से मना करें और इस पानी का इस्तेमाल बाद में बाथरूम में फ्लश करने जैसे कामों के लिए करने को कहें।
  • बच्चों को बताएं कि पानी कम होने वाला है और वे इसका इस्तेमाल विवेकपूर्ण तरीके से करें। उनको बताएं कि ब्रश करते समय नल को खुला ना रखें, हाथों को साफ करते समय या चेहरे को धोते समय नल के पानी का प्रवाह कम रखें।
  • बच्चों को बताएं कि कभी भी नलों को खुला न छोड़ें और पानी का इस्तेमाल करने के बाद नल को कसकर बंद करें।
  • बच्चों को सिखाएं कि जितना पानी पीना हो उतना गिलास भरें। ज्यादा पानी लेकर आधा पीकर छोड़े नहीं।
  • पानी स्टोर करना सिखाएं और सब्जियों के धुले हुए पानी को पौधों पर डालने के लिए प्रोत्साहित करें।
     

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Content Writer

Sunita sarangal

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