सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड : इन गैंगस्टरों ने तैयार किए थे शार्प शूटर, पंजाब और हरियाणा जेलों में हैं बंद

punjabkesari.in Saturday, Jun 11, 2022 - 12:21 PM (IST)

लुधियाना: पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में चर्चित कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़ ने हरियाणा और पंजाब की जेलों में बंद 2 गैंगस्टरों को मूसेवाला की हत्या के लिए शार्प शूटर उपलब्ध करवाने के लिए कहा था। मुख्य शूटरों को गाड़ियां और अन्य जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए भी अलग-अलग लोगों को जिम्मेदारी सौंपी गई थी जिनमें से ज्यादातर पुलिस की हिरासत में हैं।

पुलिस सूत्रों के अनुसार तिहाड़ जेल में बंद लॉरैंस बिश्नोई के सबसे बड़े दुश्मन हरियाणा के कुख्यात गैंगस्टर अजय डागर ने कुछ समय पहले उसके करीबी और राजस्थान के बड़े बिल्डर की गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद लॉरैंस ने अजय को मारने की साजिश रची और इसके लिए जेल से बाहर बैठे अपने साथियों को लामबंद किया। इससे पहले कि वे अजय की हत्या करते, अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा का कत्ल हो गया और इस कत्ल में अजय डागर का नाम आने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया जिससे लॉरैंस बिश्नोई गैंग का प्लान फेल हो गया।

इसके बाद दिल्ली निवासी शाहरुख को मूसेवाला की रेकी की जिम्मेदारी दी गई जिसने कई दिनों तक रेकी करने के बाद हमले की रूपरेखा तैयार करनी थी लेकिन वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया और सारा खेल पुलिस के सामने आ गया। इसके बाद कनाडा से गोल्डी बराड़ ने मूसेवाला की हत्या के लिए अमृतसर निवासी सारज मिंटू के साथ सम्पर्क किया। सारज हिन्दू नेता विपन शर्मा की हत्या का मुख्य आरोपी है और जेल में बंद है। उसने बराड़ के कहने पर 2 शार्प शूटरों जगरूप रूपा निवासी तरनतारन और हरकमल राणो निवासी बठिंडा को इसके लिए तैयार किया। उन दोनों का काम मनप्रीत मन्ना और मनप्रीत भाऊ को गाड़ी उपलब्ध करवाना था।

इसी तरह हरियाणा के शार्प शूटरों के लिए मोनू डागर की जिम्मेदारी लगाई गई जिसने जेल से ही प्रियव्रत फौजी, सौरभ महाकाल, संतोष और मंजीत भोलू को इसके लिए तैयार किया। प्रियव्रत फौजी काला जठेड़ी और लॉरैंस बिश्नोई गैंग के लिए काम करता है। चर्चा है कि उसके पास एक ऑटोमैटिक राइफल है क्योंकि उसकी सोशल मीडिया पर इसी राइफल के साथ फायरिंग करने की एक वीडियो काफी वायरल हुई थी। इससे साफ है कि पंजाब और हरियाणा की जेलों में बंद 2 गैंगस्टरों ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए अलग-अलग शार्प शूटर उपलब्ध करवाए जिन्हें सिद्धू की जानकारी केकड़ा को देनी थी।

शार्प शूटरों को गाड़ियां और हत्या के पहले और बाद में सुरक्षित स्थान उपलब्ध करवाने की जिम्मेदारी एक दर्जन लोगों को सौंपी गई थी। जिन 5 शार्प शूटरों के नाम अब तक पंजाब और दिल्ली पुलिस द्वारा जांच और पकड़े गए आरोपियों से की पूछताछ के बाद सामने आए हैं, उनमें से मूसेवाला पर गोलियां चलाने वाले कौन-कौन थे, इसका पता उनके पकड़े जाने के बाद ही लगेगा।

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Content Writer

Sunita sarangal

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