चले थे टाइटलर को गिरफ्तार करवाने, खुद ही फंस गए जी.के.

punjabkesari.in Thursday, Aug 09, 2018 - 08:16 AM (IST)

चंड़ीगढ़/नई दिल्ली (सुनील पाण्डेय): केंद्र में सत्ता होने के बावजूद शिरोमणि अकाली दल (बादल) कांग्रेसी नेता जगदीश टाइटलर के खिलाफ  6 महीने के लंबे समय के बावजूद एफ.आई.आर. दर्ज करवाने में नाकाम रहा है। उलटे टाइटलर ने ही अदालत के माध्यम से दिल्ली कमेटी अध्यक्ष मंजीत सिंह जी.के. तथा उसके साथियों पर वीडियो के जरिए मानहानि करने के दोष में दिल्ली पुलिस के कापसहेडा थाने में केस दर्ज करवा दिया। इससे अकालियों में हड़कंप मच गया है।

1984 सिख दंगों से जुड़े इस मामले में दिल्ली कमेटी ने 5 फरवरी 2018 को जगदीश टाइटलर के खिलाफ कथित 5 स्टिंग वीडियो जारी किए थे। इसके बाद अकाली दल कोटे से केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने अकाली सांसदों को साथ लेकर गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी। गृहमंत्री ने इस मामले की जांच केंद्र सरकार की एस.आई.टी. को सौंपी थी लेकिन एस.आई.टी. के ढीले रवैये के कारण टाइटलर का बाल भी बांका नहीं हुआ उलटा टाइटलर ने अकालियों पर ही शिकंजा कस दिया। टाइटलर की इस कवायद से सिख सियासत एक बार फिर गर्मा गई है। बता दें कि अकाली दल हर समय 1984 के इंसाफ की बात करता है लेकिन केंद्र सरकार की एस.आई.टी. व सुप्रीम कोर्ट की एस.आई.टी. से इंसाफ कौम को दिलवाने में नाकाम रहा है।

केस दर्ज होने के बाद बुधवार को अकाली नेता मीडिया के सामने आए और जगदीश टाइटलर एवं सज्जन कुमार के खिलाफ फिर वही बात दोहराई जो कई वर्षों से कहते आ रहे हैं। दिल्ली कमेटी के अध्यक्ष मंजीत सिंह जी.के. ने कहा कि लड़ाई के अंजाम तक पहुंचने तक संघर्ष जारी रहेगा। टाइटलर की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस ने गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष मनजीत सिंह जी.के. के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। टाइटलर ने 7 फरवरी को दिल्ली पुलिस आयुक्त को जी.के. द्वारा एडिटेड सीडी दिखाकर उन्हें बदनाम करने के लिए जी.के. और अन्य के खिलाफ साइबर एक्ट के तहत मामला दर्ज करने की मांग की थी। इस दौरान टाइटलर ने आयुक्त के साथ ही दक्षिणी पश्चिमी जिला तत्कालीन उपायुक्त से मिलकर उन्हें शिकायत सौंपी थी। कापसहेड़ा थाना पुलिस द्वारा शिकायत पर करीब सात माह तक जांच करने के बाद 3 अगस्त को मंजीत सिंह जी.के. और अन्य के खिलाफ  469 और 34 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 

एडिटेड वीडियो क्लिप्स के जरिए अकालियों ने बदनाम किया : टाइटलर
जगदीश टाइटलर द्वारा दिए गए शिकायत में कहा गया था कि गलत तरीके से एडिटेड वीडियो क्लिप्स का उपयोग कर मनजीत सिंह जी.के. और उनके सहयोगी उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। उनके द्वारा मीडिया, सोशल मीडिया और आम लोगों के बीच सीधे रूप से गलत तरीके से बनाए गए इन वीडियो को प्रसारित किए जाने से उनका सामाजिक और राजनीतिक सम्मान व प्रतिष्ठा धूमिल हो रहा है। जबकि समाज और राजनीति में एक स्वच्छ छवि है। उन्होंने पुलिस से आरोपी के खिलाफ  आपराधिक मामला दर्ज कर पूरी साजिश का खुलासा किए जाने की मांग की है। उन्होंने पुलिस से मांग की है कि वे मनजीत सिंह जी.के. और उनके सहयोगियों के कार्यालयों पर छापा मारें जहां से उन्हें इस पूरी साजिश की जानकारी मिल जाएगी।


भाजपा के साथ गठबंधन से ज्यादा जरूरी इन्साफ : जी.के.
कांग्रेसी नेता जगदीश टाइटलर द्वारा दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजीत सिंह जी.के. व अन्य के खिलाफ  कापसहेड़ा थाने में मानहानि का मुकद्दमा दर्ज करवाया था जिस पर अकाली भड़क उठे हैं। जी.के. ने आज गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में पत्रकारों से बातचीत करते हुए साफ   कहा कि ऐसी गीदड़ भभकियों से अकाली दल न कभी डरा है और न ही डरेगा। जी.के. ने कांग्रेस सरकार की तर्ज पर भाजपा सरकार के चलने का दावा किया। साथ ही कहा कि बेशक हमारी गठबंधन सरकार है परन्तु सारे सबूत होने के बावजूद टाइटलर के खिलाफ  6 महीने बाद भी एफ.आई.आर. दर्ज न होना बड़े सवाल खड़े करता है। जी.के. ने साफ  कहा कि हमारे लिए भाजपा के साथ गठबंधन से जरूरी इन्साफ  प्राप्ति है।  मंजीत सिंह ने 1984 सिख दंगों को गुजरात दंगों से जोड़ते हुए कहा कि अगर 1984 का इन्साफ  मिल जाता तो गोधरा कांड न होता। 
 

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