डिजीटल जंग का ‘खूनी रूप’, वीडियो ब्लॉक करने पर की थी महिला ने फायरिंग

punjabkesari.in Thursday, Apr 05, 2018 - 09:17 AM (IST)

जालंधर  : डिजीटल माध्यम से पैसे कमाने की जंग खूनी रूप भी ले सकती है शायद किसी ने नहीं सोचा होगा। दरअसल, कथित वीडियो ब्लॉक होने से कैलीफोर्निया के सैन ब्रुनो में स्थित यूट्यूब के हैडक्वॉर्टर में बुधवार को एक महिला ने ताबड़तोड़ गोलीबारी की जिसमें 4 लोग घायल हो गए। कर्मचारी अपनी जान बचाने के लिए सड़कों पर दौड़ पड़े। बाद में हमलावर महिला ने भी ऑन द स्पॉट सुसाइड कर लिया। महिला की पहचान नसीम अघदम के तौर पर हुई है। स्थानीय मीडिया के अनुसार महिला ने यूट्यूब के रैवेन्यू मॉडल से तंग आकर इस हमले को अंजाम दिया। बताया जा रहा है कि हमलावर महिला शूटर एनिमल एक्टिविस्ट थी और अपने वीडियो यूट्यूब पर अपलोड करती थी लेकिन उसको वीडियो के बदले में पैसे नहीं मिलते थे बल्कि कई बार यूट्यूब उसके वीडियो को ब्लॉक कर देता था। 


यूट्यूब ने रिमूव किए महिला के चैनल्स : महिला ने अपनी वैबसाइट पर लिखा कि यूट्यूब व अन्य वीडियो शेयरिंग साइट्स समान विकास अवसर का मौका नहीं दे रही हैं। वे जिस भी चैनल को चाहें उसे बढ़ावा देती हैं। ऐसा लिखने के बाद नीति उल्लंघन का हवाला देते हुए उनके चैनल्स को यूट्यूब ने रिमूव कर दिया था।

 

गूगल चीफ ने किया सिक्योरिटी टीम का धन्यवाद & इस घटना के बाद गूगल के चीफ एग्जीक्यूटिव सुंदर पिचाई ने अपने स्टाफ को भावुक चि_ी में कहा है कि यह एक कभी विचार में न आने वाली ट्रैजिडी थी। मैं खासतौर पर अपनी सिक्योरिटी टीम का आभारी हूं जिन्होंने लोगों को सुरक्षित रखने के लिए त्वरित कार्रवाई की।


एप्पल के सी.ई.ओ. टिम कुक ने जाहिर की संवेदनाएं &एप्पल के सी.ई.ओ. टिम कुक ने कहा है कि एप्पल कम्पनी के हर व्यक्ति की ओर से हम पीड़ितों और उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं जाहिर करते हैं। वहीं माइक्रोसॉफ्ट के सी.ई.ओ. सत्या नडेला ने भी पिचाई के इस ट्वीट को रि-ट्वीट करते हुए कहा है कि माइक्रोसॉफ्ट के हर एक व्यक्ति की पीड़ितों के लिए संवेदनाएं हैं।


अब नीतियां बदलने की जरूरत : ट्विटर को-फाऊंडर  & इस दौरान ट्विटर के सी.ई.ओ. और को-फाऊंडर जैक डोरसे ने इस घटना पर अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के ट्वीट को रि-ट्वीट करते हुए कहा है कि हर कोई इस उम्मीद में है कि इस तरह की घटना फिर से दोबारा नहीं होगी। उन्होंने नीतियों में बदलाव की भी मांग की है। इस पर यकीनन गौर किया जाएगा।

 

यूट्यूब पर लगाया था भेदभाव का आरोप
महिला ने कुछ समय पहले यूट्यूब व अन्य वीडियो वैबसाइट्स पर आरोप लगाया था कि कम्पनी वीडियोज़ को फिल्टर कर रही है जिससे उनकी वीडियोज पर व्यूज नहीं आ रहे हैं और वह काफी अपसैट है।

 

कौन थी यह महिला ?
पुलिस को शिनाख्त के बाद पता लगा है कि इस 38 वर्षीय महिला का नाम नसीम अघदम (Nasim Aghdam) है जो सैन डियागो (San Diego) की रहने वाली थी। वह एक एथलीट व पशु अधिकार कार्यकत्र्ता थी जिसके यूट्यूब व अन्य वीडियो वैबसाइट्स पर चैनल थे।

 

इस तरह हुआ हमला

You Tube के प्रोडक्ट मैनेजर टोड शेरमैन (Todd Sherman) ने बताया है कि पहले लोगों को लगा कि यहां एक भूकंप आया है, लेकिन कुछ देर बाद एक महिला को बंदूक के साथ देखा गया जिसने गोलियां चलानी शुरू कर दीं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पुलिस ऑफिसर्स ने जब बिल्डिंग में एंटर किया तो गनशॉट्स के साथ 4 लोग घायल पाए गए।

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