सुषमा के एक फैसले ने पीड़िता को दिलाया इंसाफ, मांग पूरी ना होने पर विदेश भाग गया था पति

punjabkesari.in Thursday, Dec 27, 2018 - 01:12 PM (IST)

लुधियाना(सलूजा): एक एन.आर.आई. पति अपनी जीवन संगनी को आज से केवल 2 वर्ष पहले केवल इसलिए छोड़कर विदेश भाग गया क्योंकि उसने जर्मन सैटल होने के लिए उसकी 8 लाख रुपए की मांग पूरी नहीं की थीं, लेकिन कथित आरोपी कानून के शिकंजे से बच नहीं पाया, बहरीन से ज्यों ही शिंदर सिंह इंदिरा गांधी दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरा तो पुलिस ने धर दबोचा।
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लुधियाना पुलिस की तरफ से एल.ओ.सी. जारी होने के कारण दिल्ली पुलिस ने उसी समय इसकी सूचना लुधियाना पुलिस को दी तो महिला पुलिस स्टेशन लुधियाना से इस मामले की जांच कर रहे अधिकारी सुखदेव सिंह की अगुवाई वाली पुलिस पार्टी ने एयरपोर्ट से इसको अपनी हिरास्त में ले लिया। आज पुलिस ने लुधियाना के माननीय ज्युडीशियल मैजिस्ट्रेट श्री जसबीर सिंह की कोर्ट में कथित आरोपी शिंदर सिंह को पेश किया तो कोर्ट ने 2 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश जारी कर दिए।
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विदेश मंत्री के एक्शन पर हुआ डिपोर्ट
पलविंद्र कौर ने बताया कि पैसों के लालच में उसका साथ छोड़कर विदेश भागे अपने पति को डिपोर्ट करवाने के लिए देश की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ मुलाकात की। उन्होंने उनकी पूरी दास्तान सुनने के बाद यह भरोसा दिलाया कि उसको यकीनन तौर पर इंसाफ मिलेगा। विदेश मंत्री के आदेशों पर ही शिंदर सिंह विदेश से डिपोर्ट होकर भारत पहुंचा है।
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साली की शादी में मिलनी तब करूंगा जब मुझे 8 लाख देंगे
पलविंद्र कौर ने बताया कि 27 अप्रैल 2016 में उसकी शादी शिंदर सिंह निवासी गांव सौंकड़ा, तहसील नीलो खेड़ी जिला करनाल, हरियाणा के साथ हुई। शादी के पहले से ही इस बात को लेकर विवाद पैदा हो गया कि हम अपना कोई बच्चा पैदा नहीं करेंगे, बल्कि अपने भाई के बेटे को अपने बच्चे की तरह पालेंगे। पलविंदर ने बताया कि जो शादी के समय उसके मां-बाप की तरफ से उसको सोने के गहने डाले गए थे, वह यह कहकर उससे ले लिए गए कि जरूरत के समय पहनने को दिए जाएंगे, लेकिन फिर उसको कभी दिखाए तक नहीं। सास, ससुर समेत परिवारिक सदस्यों ने उसको तंग परेशान करना शुरू कर दिया। शिंगर सिंह ने तो उस समय हद ही कर दी, जब उसकी बहन की शादी थी तो उसने यह कह कर मिलनी की रस्म में शामिल होने से मनाकर दिया कि जब तक आप मुझें 8 लाख रुपए नहीं देंगे, तब तक वह मिलनी नहीं करेगा। पीड़िता ने यह भी जानकारी दी कि उसके परिवार वालों ने नीदरलैंड की फाइल अप्लाई करने के लिए शिंदर सिंह को 3 लाख रुपए दिए।

शिंदर को बेदखल करने का ड्रामा रचा
जानकारी के अनुसार परिवार ने विवाद पैदा होने के बाद पुलिस व कोर्ट को गुमराह करने के मक्सद से यह कहना शुरू कर दिया कि उन्होंने तो शिंदर सिंह को बेदखल कर दिया है। उसके साथ उनका कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन आज जब पुलिस ने कथित आरोपी के रूप में उसको कोर्ट में पेश किया तो उसके साथ उसके नजदीकी रिश्तेदार भी मौजूद थे। पीड़िता ने शिंदर सिंह के परिवार पर आरोप लगाया कि उन्होंने बेदखली का केवल ड्रामा रचा ताकि कानूनी कार्रवाई से बच सके।


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