राहुल गांधी की पहली रैली में पड़ा पंजाब मंत्रिमंडल में विस्तार की नाराजगी का असर

punjabkesari.in Monday, Apr 30, 2018 - 10:59 AM (IST)

जालंधर (नरेश): पंजाब में कैबिनेट के विस्तार के बाद कांग्रेस के विधायकों में पैदा हुई नाराजगी का सीधा असर रविवार को पार्टी प्रधान राहुल गांधी द्वारा दिल्ली में की गई आक्रोश रैली में नजर आया। पार्टी प्रधान का पद सम्भालने के बाद राहुल गांधी द्वारा पहली बार बड़ी रैली की गई थी जिसमें पंजाब कांग्रेस के 2 दर्जन से ज्यादा विधायक गैर-हाजिर रहे। ये सभी विधायक कैबिनेट के विस्तार के बाद से ही पार्टी से नाराज चल रहे हैं। गैर-हाजिर रहने वाले विधायकों में गुरकीरत सिंह कोटली, परमिंद्र सिंह पिंकी, दर्शन सिंह बराड़, रणदीप सिंह नाभा, नवतेज सिंह चीमा, परगट सिंह, राणा गुरजीत सिंह, रमनदीप सिंह सिकी, अजैब सिंह भट्टी व अन्य शामिल हैं।


नाराज विधायकों को मनाने की कोशिश नाकाम 
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह और कांग्रेस पार्टी द्वारा नाराज चल रहे विधायकों गुरकीरत सिंह कोटली को चेयरमैनी देने की पेशकश की गई थी, पर उन्होंने यह पेशकश ठुकरा दी है। इसी तरह खेल विभाग में मंत्री के साथ एडजस्ट करने की पेशकश को परगट सिंह ने ठुकरा दिया। फिरोजपुर से विधायक परमिंद्र सिंह पिंकी और सुल्तानपुर से विधायक नवतेज सिंह चीमा को भी ऐसी पेशकश की गई थी, परंतु इन दोनों विधायकों ने भी पार्टी और सरकार की इस पेशकश को नहीं माना। 

 

जाखड़ और कैप्टन की लीडरशिप पर सवाल 
दिल्ली में हुई रैली दौरान पार्टी के 77 विधायकों में से एक तिहाई विधायकों के गायब रहने के बाद मुख्यमंत्री  अमरेन्द्र सिंह व पार्टी के पंजाब प्रधान सुनील जाखड़ की लीडरशिप पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। रैली के बाद पार्टी हाईकमान में यह संदेश गया है कि कैप्टन और जाखड़ पंजाब कांग्रेस में मंत्रिमंडल में विस्तार के बाद पैदा हुई स्थिति के साथ निपटने में नाकाम हुए हैं। इसका पार्टी को 2019 के लोकसभा 
चुनावों के दौरान नुक्सान हो सकता है। पार्टी की मौजूदा फूट ने कांग्रेस हाईकमान को क्षेत्र की लीडरशिप बारे एक बार फिर सोचने के लिए मजबूर कर दिया है।


फोटो सैशन करवा कर घर गए नेता जी 
पंजाब में कई जगह कांग्रेस के नेताओं ने दिल्ली की रैली में हाजिरी लगावने से पहले अपने-अपने जिलों में कांग्रेस वर्करों के काफिले के साथ दिल्ली रवानगी की तस्वीरें ङ्क्षखचवाईं, पर फोटो सैशन के बाद ये नेता रैली में जाने की बजाय अपने-अपने घर पहुंच गए। इसका नतीजा यह हुआ कि पंजाब के सभी जिलों के कांग्रेस प्रधान दिल्ली की रैली में नहीं पहुंचे। कांग्रेस हाईकमान ने पंजाब से आए वर्करों संबंधी पूरी डिटेल रिपोर्ट तैयार करनी शुरू कर दी है और आने वाले दिनों में पंजाब की क्षेत्र यूनिट को रैली दौरान कम हाजिरी को लेकर जवाब तलबी की जा सकती है।

Naresh Kumar