मजदूरों की तलाश में स्टेशनों पर डटे किसान

punjabkesari.in Sunday, Jun 24, 2018 - 10:29 AM (IST)

नवांशहर(मनोरंजन): धान की बुआई के लिए मजदूरों की खोज में किसानों ने रेलवे स्टेशनों पर डेरे लगा लिए हैं परंतु उनके इंतजार का अंत नहीं हो रहा है।प्रवासी मजदूरों का पेमैंट एडवांस लेने के बाद भी नहीं पहुंचना किसानों के लिए परेशानी का कारण बनता जा रहा है। यदि यही स्थिति आने वाले वर्षों में रही तो उम्मीद है कि किसान धान की बुआई से किनारा करने लग जाएंगे। कई दिनों से किसान स्टेशनों पर ही डेरा लगाए बैठे हैं। मजदूरों के कम आने के कारण किसानों की बुआई के काम में भी देरी हो रही है।

 

फगवाड़ा व लुधियाना रेलवे स्टेशन पर मजदूरों के इंतजार में जाकर बैठे किसान रविंद्र सिंह, महिंद्र सिंह, केवल सिंह, मेजर सिंह, मक्खन सिंह ने भरे मन के साथ बताया कि मौजूदा समय में धान की फसल किसानों के लिए मुसीबत बनती जा रहा है क्योंकि धान की बुआई के समय किसानों को मजदूरों की खोज में स्टेशनों पर रात-दिन इंतजार करना पड़ रहा है। सही ढंग से बिजली सप्लाई न आने से महंगे भाव के डीजल को फूंककर धान की फसल पालनी पड़ती है। फिर कटाई के बाद पराली को जलाने पर पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की तरफ से किए जाने वाले जुर्माने की मार अलग से झेलनी पड़ रही है।

 

उन्होंने बताया कि वह कई दिनों से लुधियाना स्टेशन पर रुके रहे परंतु अभी तक उन्हें मजदूर नहीं मिले। जब भी स्टेशन पर कोई गाड़ी आती है तो वह गाड़ी से उतरने वाले मजदूरों को अपने साथ जाने के लिए कई तरह के लालच भी देते हैं परन्तु मजदूर उनके साथ जाने के स्थान पर उन किसानों के  साथ ही जाते हैं जिनके साथ वे बीते सालों से काम करते आ रहे हैं। किसानों ने बताया कि बीते साल धान की बुआई प्रति एकड़ 2200 रुपए थी, जो अब 3 हजार प्रति एकड़ हो गई है।


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