अपहृत मासूम खुशी का तीसरे दिन भी कोई सुराग नहीं

punjabkesari.in Wednesday, Jan 16, 2019 - 08:43 AM (IST)

 

नूरपुरबेदी (भंडारी): संदिग्ध परिस्थितियों में अपहृत हुई मासूम खुशी का तीसरे दिन भी कुछ पता नहीं चल सका है जिस कारण बस्ती के लोगों के मन में आज भी जहां दहशत पाई जा रही है, वहीं बस्ती में भी पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है। बच्ची के माता-पिता और अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। दूसरी तरफ पुलिस ने भी लड़की की तलाश के लिए अपनी कार्रवाई तेज कर दी है।

गौरतलब है कि पुलिस स्टेशन के बिल्कुल सामने स्थित बंगाला (गरीब) बस्ती के एक परिवार की 6 वर्षीय खुशी नाम की मासूम बच्ची बस्ती में मनाए जा रहे लोहड़ी के समागम में 13 जनवरी की रात्रि को अचानक गायब हो गई थी और उसी समय से पुलिस प्रशासन और बस्ती के लोगों द्वारा उसकी तलाश की जा रही है। बच्ची के अभिभावकों द्वारा व्यक्त की गई आशंका तहत पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कर लिया था। लड़की के पिता संजीत ने बताया कि वह और उसका परिवार 2 दिन से लड़की के इंतजार में बिल्कुल भी सोए नहीं हैं। लड़की की माता ने कहा कि वह अपनी बच्ची का बेसब्री से इंतजार कर रही है और अपना दुख बयान नहीं कर सकती। लड़की के परिजनों ने प्रशासन से गुहार लगाई कि जल्द उनकी बच्ची का पता लगाया जाए।

पुलिस ने की बच्ची की तलाश तेज
थाना प्रभारी नूरपुरबेदी कुलवीर सिंह कंग ने बताया कि बच्ची की तलाश में भारी पुलिस जवानों को लगाया गया है। बस्ती में चल रहे समागम दौरान कुछ व्यक्ति अपने मोबाइल फोनों में बनाई गई वीडियोज की भी जांच कर रहे हैं जिससे पता चल सके कि कौन व्यक्ति समागम में शामिल हुआ है और कौन व्यक्ति अब बस्ती से गायब है। पुलिस बच्ची के अभिभावकों के रिश्तेदारों से भी पता लगा रही है कि कोई आपसी रंजिश अथवा दुश्मनी लड़की के गायब होने का कारण तो नहीं बनी है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है और मामले को हल करने में जुटी हुई है।

भयभीत लोग बच्चें को खुद छोड़ रहे हैं स्कूल
मासूम खुशी के अपहृत होने के कारण बस्ती के लोगों में पाए जा रहे भय का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बस्ती के अधिकतर परिवार अब खुद अपने बच्चों को स्कूल छोड़ रहे हैं और छुट्टी होने के उपरांत खुद ही घर ला रहे हैं। बस्ती के नुमाइंदे और पंचायत सदस्य हंस राज ने बताया कि बस्ती के समूचे घरों के पारिवारिक सदस्य अपने स्तर पर भी बच्ची की तलाश में जुटे हुए हैं। बस्ती के लोग जो मेहनत-मजदूरी करके घर का गुजर-बसर चलाते हैं, ने लड़की के लापता होने वाले दिन से काम-धंधे पर भी जाना छोड़ रखा है।

Anjna