शहर को सुधारने के लिए 50 वर्षों में नहीं हुआ कोई कार्य

punjabkesari.in Monday, Sep 10, 2018 - 11:11 AM (IST)

रूपनगर(विजय): प्रदेश सरकार ने रोपड़ शहर का नाम बदल कर रूपनगर तो रख दिया है पर इस शहर के रूप को सुधारने के लिए पिछले 50 वर्षों में कोई कार्य नहीं हुआ। यह शहर प्राकृतिक तौर पर बहुत सुंदर है परंतु इस नगर की ओर नगर कौंसिल रूपनगर और जिला प्रशासन के अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे।यह शहर जहां रूपनगर का मुख्यालय है वहां इसे दर्जा देकर डिवीजनल हैडक्वार्टर बना दिया गया है परंतु शहर के विकास की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। पुराने पुल से लेकर रामलीला ग्राऊंड, बेला चौक, बेला रोड आदि पर गड्ढे बने हुए हैं और सड़क टूटी-फूटी है। अधिकारियों द्वारा इन गड्ढों को भरने का कोई प्रयास नहीं किया गया बल्कि शहर के नौजवानों तथा स्वयं सेवी संस्थाओं ने अपने खर्च पर इन गड्ढों में मलबा भरने का प्रयास किया है, जिस कारण इस सड़क पर वाहन कुछ चलने के काबिल हुए हैं। लेकिन बरसात पडऩे पर हालत और भी खराब हो जाते हैं। इसी प्रकार हैडवक्र्स से लेकर बेला चौक तक भी सड़क की हालत ठीक नहीं है जिससे लोगों को आने-जाने में भारी दिक्कतें पेश आ रही हैं। 

रात के समय स्ट्रीट लाइटें रहती हैं बंद
इन सड़कों पर रात्रि समय जहां स्ट्रीट लाइट बंद रहती है वहीं सड़क में पड़े गड्ढों के कारण शहर के कुछ व्यक्ति घायल भी हो चुके हैं परंतु जिला प्रशासन फिर भी नहीं जाग रहा। जिले के एम.पी., विधायक भी इस मामले में मूकदर्शक बने हुए हैं और लोगों में उनके प्रति गहरा रोष व्याप्त है। 

एम.पी. व विधायक का भी समस्या के प्रति कोई ध्यान नहीं 
यहां के विधायक माइनिंग की तरफ काफी ध्यान दे रहे थे लेकिन शहर की सड़कों की ओर या लोगों की समस्याओं की तरफ उनका कोई ध्यान नहीं है। इसी तरह इस क्षेत्र के एम.पी. भी लोगों की समस्याओं की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे। शहर की हालत दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है और लोगों का हाल पूछने वाला कोई नहीं है।
 

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