ऑनलाइन दवा की बिक्री उपभोक्ता एवं दवा विक्रेता के हित में नहीं

punjabkesari.in Monday, Sep 24, 2018 - 11:26 AM (IST)

रूपनगर(कैलाश): ऑनलाइन दवा की बिक्री न तो दवा विक्रेताओं के हित में है और न ही ग्राहकों के। सरकार द्वारा दी जा रही ऑनलाइन दवाइयों की बिक्री को मंजूरी से जहां लगभग 40 फीसदी दवा कारोबारी प्रभावित होंगे वहीं ग्राहकों को भारी डिस्काऊंट के सब्जबाग दिखा कर उन्हें ठगना या उन्हें घटिया दवाई सप्लाई करने के अतिरिक्त प्रतिबंधित दवाइयों की धड़ल्ले से बिक्री होगी। इससे पंजाब का युवक प्रतिबंधित दवाइयों के गलत प्रयोग से और अधिक बर्बाद होगा। 

उक्त मामलों के विरोध में आल इंडिया आर्गेनाइजेशन ऑफ कैमिस्ट एंड ड्रगिस्ट (ए.आई.ओ.सी.डी.) के आह्वान पर प्रदेश भर के सभी जिलों के समूह दवा विक्रेता 28 सितम्बर को अपनी दुकानें बंद कर पूर्ण कारोबार ठप्प रखेंगे।सिटी कैमिस्ट एसोसिएशन रूपनगर के अध्यक्ष संजय मल्होत्रा तथा महासचिव कमलशील कथूरिया ने बताया कि पहले ही पंजाब का युवा वर्ग अन्य राज्यों से प्रतिबंधित दवाइयां मंगवा कर अपने जीवन को दाव पर लगा रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब से मैडीकल नशे को खत्म करने के लिए पंजाब कैमिस्ट एसोसिएशन के लगभग 24 हजार दवा विक्रेता प्रदेश सरकार को सहयोग दे रहे हैं परंतु इसके बावजूद प्रदेश सरकार ऑनलाइन दवा की बिक्री को मंजूरी देने जा रही है जिससे दवा कारोबार प्रभावित होगा। 

उन्होंने कहा कि अब पंजाब तथा केंद्र सरकार बड़े घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए ऑनलाइन बिक्री को हरी झंडी देने जा रही हैं। ड्रग एक्ट के तहत दवाइयों की बिक्री दुकानों पर फार्मासिस्ट की देख-रेख में होनी जरूरी है परंतु ऑनलाइन बिक्री पर कानून को भी नजरअंदाज किया जा रहा है जिससे लोगों को गलत या घटिया दवाइयों के मिलने के साथ-साथ दवाइयों की वापसी भी एक जटिल प्रक्रिया होगी जिसके परिणाम घातक हो सकते हैं।

रूपनगर के समूह कैमिस्टों ने ऑनलाइन दवाइयों की बिक्री की मंजूरी रद्द करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि समूह दवा विक्रेता सरकार की लोक विरोधी नीति को लेकर रोष प्रदर्शन एवं 28 सितम्बर को पूर्ण हड़ताल करेंगे। इस मौके पर अध्यक्ष संजय मल्होत्रा, महासचिव कमलशील कथूरिया, गुरचरण सिंह पाल, अरुणजीत सिंह, कैलाश आहुजा, सन्नी गोयल, वरेन्द्रपाल सिंह व मनजीत सिंह मुख्य रूप से मौजूद थे। 

   
 

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