पंजाब सरकार गरीबों से  छीन रही शिक्षा के अधिकार

punjabkesari.in Wednesday, Oct 17, 2018 - 10:10 AM (IST)

नवांशहर(त्रिपाठी/मनोरंजन): आशा वर्कर्ज तथा फैसिलीटेटर यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर पंजाब सरकार तथा वेतन कटौती के विरोध में पटियाला में संघर्ष कर रहे अध्यापकों के समर्थन में शिक्षा मंत्री का पुतला फूंक कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इससे पहले स्थानीय बारादरी गार्डन में आशा वर्कर्ज भी एकत्रित हुई थीं। 

इस अवसर पर यूनियन की प्रधान शकुंतला देवी ने कहा कि पंजाब सरकार आशा वर्करों की मांगों को लगातार दरकिनार कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले लंबे समय से लंबित चल रही मांगों को लेकर समूह वर्कर्ज में भारी रोष पाया जा रहा है। अध्यापकों की मांगों संबंधी उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार गरीबों से शिक्षा के अधिकार छीनने वाली नीतियों को लागू कर रही है। उन्होंने कहा कि अध्यापकों के वेतन में 65 प्रतिशत कटौती करने का फैसला पूरी तरह से गलत है तथा इसे वापस लिया जाना चाहिए। आशा वर्करों की मांगों संबंधी उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांगों को सरकार ने जल्द मंजूर करके लागू नहीं किया तो वे सरकार के खिलाफ संघर्ष करने के लिए बाध्य होंगे। 

क्या है मांगें
*वर्करों को न्यूनतम वेतन के घेरे में लाया जाए 
*वर्करों को विलेज हैल्थ कमेटियों से बाहर निकाला जाए 
*4 लाख रुपए का मुफ्त बीमा करवाया जाए 
*वर्दी तथा धुलाई भत्ता जल्द दिया जाए 
*केन्द्र सरकार के तय नए इन्सैंटिव को दिया जाए  
*50 रुपए प्रतिदिन फूड का पत्र जारी किया जाए 
*वर्करों की नाजायज छंटनियों को बंद किया जाए
*प्रॉवीडैंट फंड और सफर भत्ते में बढ़ौतरी की जाए
*10,000 की जनसंख्या पर 1 फैसिलीटेटर नियुक्त हो 
*मृत्यु उपरान्त परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए 


 

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