जिले की लड़कियों ने मारी बाजी: काजल पहले, प्रियंका दूसरे, दीक्षा व अशमिता तीसरे स्थान पर

punjabkesari.in Wednesday, May 09, 2018 - 04:10 PM (IST)

नवांशहर (मनोरंजन): पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से मंगलवार को घोषित किए गए 10वीं के नतीजे में जिले की लड़कियों ने बाजी मारी है। नतीजे में आई 15 मैरिट में से 14 लड़कियां व 1 लड़का है। नवांशहर के टैगोर मॉडल सीनियर सैकेंडरी स्कूल की काजल ने 621 अंक प्राप्त कर जिले में पहला स्थान प्राप्त किया है। चरणकंवल स्कूल बंगा की प्रियंका ने 620 अंक लेकर जिले में दूसरा तथा सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल छिदौड़ी की दीक्षा सूद ने 619 अंक व टैगोर मॉडल स्कूल नवांशहर की अशमिता तीसरे स्थान पर रही। डा. आसा नंद आर्य मॉडल सीनियर सैकेंडरी स्कूल की पलवी लड़ोईया 617 अंक लेकर 5वें व अमिषा गोयल 616 अंक लेकर 6वें स्थान पर रही। संजना राणा 615 अंक लेकर जिले में 7वें नंबर पर रही। इसके अलावा न्यू आदर्श स्कूल सडोया की संजना ने 614 अंक, स्वामी रूप चंद जैन मॉडल स्कूल बंगा की एकता ने 614 अंक, बलाचौर पब्लिक स्कूल की जसप्रीत कौर ने 612 अंक, चरणकंवल बंगा की हरमनप्रीत कौर ने 611 अंक, बलाचौर पब्लिक स्कूल की कृतिका ने 611 अंक, बब्बर कर्म स्कूल दौलतपुर की गुरप्रिया ने 611 अंक, सरकारी स्कूल मंढाली के युद्धबीर सिंह ने 611 अंक तथा आसानंद आर्य मॉडल सी.सै. स्कूल की संजना ने 611 अंक लेकर मैरिट में स्थान हासिल किया। 

94.7 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली अमीशा गणित में  बनना चाहती कॉलेज की प्रोफैसर
 पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड की परीक्षा में 94.7 प्रतिशत अंकों के साथ मैरिट में स्थान हासिल करने वाली अमीशा गोयल ने बताया कि उसने 11वीं कक्षा में इंटर आटर््स विषयों का चुनाव किया है। उसका लक्ष्य गणित में एम.एससी. पास कर कॉलेज स्तर पर प्रोफैसर बनना है। उसने बताया कि उसका शुरू से ही गणित पसंदीदा विषय रहा है। उसने बताया कि वह स्कूल के उपरान्त करीब 3-4 घंटों तक स्टडी करती है तथा उसकी पढ़ाई में पिता नवीन गोयल तथा मम्मी सारिका गोयल (अध्यापिका) का पूरा योगदान रहता है

आई.ए.एस. अधिकारी बनना चाहती है जिले की टॉपर 
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से मंगलवार को जारी 10वीं के नतीजों में जिले में पहला स्थान हासिल करने वाली टैगोर मॉडल स्कूल की काजल पुत्री ब्यास मुनि आगे चलकर आई.ए.एस. अधिकारी बनना चाहती है।काजल का कहना है कि वह आई.आई.टी. में इंजीनियर करने के बाद सिविल सॢवसिस की परीक्षा देगी। आई.ए.एस. अधिकारी बनने के बाद गरीब व जरूरतमंद लोगों की सेवा करना ही उसकी जिंदगी का मुख्य उद्देश्य है। 95.5 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली काजल कड़ी मेहनत को ही सफलता का राज मानती है। वह अपनी सफलता के श्रेय अपने माता-पिता, बड़ी बहन व स्कूल अध्यापकों को देती है। काजल ने बताया कि उनके पिता पालम्बर हैं तथा माता गृहिणी हैं। बड़ी बहन बी.एससी. पार्ट-1 एस.एन. कॉलेज बंगा में पढ़ती है जबकि छोटा भाई 6वीं कक्षा में टैगोर मॉडल स्कूल में पढ़ रहा है। 


साफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहती है संजना राणा 
पंजाब बोर्ड की परीक्षा में 94.6 प्रतिशत अंकों साथ मैरिट में स्थान हासिल करने वाली संजना राणा का सपना साफ्टवियर इंजीनियर बन कर आई.ए.एस.की परीक्षा पास करना है। उसने बताया कि उसका शुरु से ही रुझान सिवल सर्विसेज की परीक्षा पास करके राष्ट्र की सेवा करना रहा है। डाक्टर अनिल राणा तथा हाऊस क्वीन अनुपम राणा की पुत्री संजना राणा का कहना है कि उसने प्लस वन में नान मैडीकल विषयों का चुनाव किया है। 12वीं के उपरान्त किसी विख्यात कालेज से साफ्टवेयर इंजीनियर बन कर आई.ए.एस.परीक्षा की तैयारी करना चाहती है। 

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