बिजली सप्लाई बंद होने से जीवन चक्र थमा

punjabkesari.in Wednesday, Jul 18, 2018 - 11:22 AM (IST)

नूरपुरबेदी(संजीव): आज दोपहर पुन: बिजली सप्लाई ठप्प हो जाने से नूरपुरबेदी क्षेत्र में पड़ते समूचे 138 गांवों में अचानक जीवन चक्र थम गया। वर्णनीय है कि आनंदपुर साहिब में स्थित 132 के.वी. सब-स्टेशन से नूरपुरबेदी 66 के.वी. सब-स्टेशन और बजरूड़ स्थित 66 के.वी. सब-स्टेशन को बिजली सप्लाई की जाती है और यहां से आगे क्षेत्र के 138 गांवों को बिजली सप्लाई पहुंचती है मगर आज दोपहर साढ़े 3 बजे अचानक क्षेत्र की बिजली सप्लाई ठप्प हो गई और जो रात को करीब 10 बजे साढ़े 6 घंटों बाद बहाल हो सकी।

बताया जा रहा है कि गांव गरे के निकट आनंदपुर साहिब से आ रही 66 के.वी. लाइन के टूटने से उक्त व्यवस्था चरमरा गई थी और देर रात 10 बजे बिजली बहाल होने तक नूरपुरबेदी इलाका काफी समय तक अंधेरे में डूबा रहा। इस दौरान कई जल सप्लाई केन्द्रों के ट्यूबवैलों के बंद रहने से पीने वाले पानी की समस्या का लोगों को सामना करना पड़ा। चाहे बिजली अधिकारियों ने पैट्रोङ्क्षलग करके जल्द बिजली बंद होने के कारणों का पता लगा लिया मगर 40 किलोमीटर दूर रूपनगर में तैनात इस कार्य के माहिर ए.ओ.टी.एल. स्टाफ के पहुंचने के बाद ही कई घंटों की मेहनत से देर रात को बिजली सप्लाई बहाल हो सकी। काबिलेगौर है कि उक्त अव्यवस्था के अतिरिक्त भी लोगों को प्रतिदिन 2 से 3 घंटे के कटों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे उनकी मनोदशा का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।

जनता मुश्किल में, सामाजिक संगठनों ने धारण की चुप्पी
लोगों के अनुसार बिजली समस्या के वास्तविक कारणों का उन्हें मीडिया के माध्यम से ही पता चला है। उनका कहना है कि किसी भी मामले के समाचार पत्रों की सुर्खिया बनने पर ही सियासी रोटियां सेंकी जाती हैं, जबकि साधारण तौर पर लोगों की इस समस्या संबंधी किसी भी संगठन ने अधिकारियों से राब्ता कायम करने प्रति गंभीरता नहीं दिखाई है। उन्होंने कहा कि जब जनता मुश्किल में है तो सामाजिक संगठनों ने चुप्पी धारण कर रखी है।


मात्र 1& दिनों में 3 बार टूट चुकी है 66 के.वी. लाइन
गत 1& दिनों में 3 बार 66 के.वी. लाइन टूट चुकी है, जिसके कारण लोगों को बेवजह बिजली सप्लाई बाधित होने का संताप झेलना पड़ा। वर्णनीय है कि 66 के.वी. लाइन में नुक्स पडऩे के कारण 4 जुलाई को सुबह 4 बजे गुल हुई सप्लाई दोपहर 1 बजे 9 घंटों के बाद बहाल हो सकी थी और विभाग ने आसमानी बिजली गिरने को इसका कारण बताया था। इसके बाद 1& जुलाई को उक्त लाइन टूटने के कारण भी कई घंटों तक बिजली सप्लाई बाधित रही थी। 


लाइन बदलने का 80 फीसदी कार्य मुकम्मल हो चुका है : इंजी. भाग सिंह
पावरकॉम कार्यालय नूरपुरबेदी के निवनियुक्त एस.डी.ओ. इंजी. भाग सिंह ने बताया कि 66 के.वी. लाइन बदलने का 80 फीसदी कार्य मुकम्मल हो चुका है और पुराने ठेकेदार द्वारा कार्य अधूरा छोडऩे के कारण विभाग द्वारा कुछ दिन पहले ही नए टैंडर लगाए गए हैं जिसके अलॉट होने पर रहते 5-6 टावरों का कार्य मुकम्मल कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि नई लाइन चालू होने से काफी हद तक बिजली कटों और लाइन के बार-बार टूटने की समस्या से राहत मिल सकेगी। इसके साथ ही नए बन रहे 66 के.वी.सब-स्टेशन नलहोटी संबंधी उन्होंने बताया कि इसका करीब 20 फीसदी कार्य बचा हुआ है और कुछ किसानों द्वारा कोर्ट केस दायर करने के कारण कार्य में प्रगति नहीं हो पा रही है। उन्होंने कहा कि उक्त सब-स्टेशन के चालू होने पर लोगों को मुकम्मल तौर पर निर्विद्दन बिजली सप्लाई हासिल हो सकेगी। उन्होंने लोगों को विभाग को सहयोग के लिए संयम बनाए रखने और इन हालातों में बिजली की कम खपत करने की भी अपील की।

विभाग की आशा अब बारिश पर 
विभाग यह आशा बांध कर बैठा हुआ है कि अगर निरंतर कुछ दिन रुक-रुक कर बारिश होती रहे तो खपत कम होने के कारण लोगों को बिजली कटों से निजात मिल सकेगी। 


नलहोटी ग्रिड का कार्य सिरे न चढऩे से लगाने पड़ रहे हैं कट
विभाग के अधिकारियों के अनुसार नूरपुरबेदी सब-स्टेशन ओवरलोड होने के कारण विभिन्न गांवों में 2 से & घंटे के रुक-रुक के कट लगाने पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि ब्लाक के गांव नलहोटी में स्थापित किए जा रहे एक अन्य 66 के.वी. ग्रिड का कार्य चल रहा है, जिसके मुकम्मल होने पर बिजली कटों से लोगों को निजात मिल सकेगी।


45 वर्षों से नहीं बदली गई 33 के.वी. लाइन
विभागीय सूत्रों के मुताबिक वर्ष 1973 में नूरपुरबेदी में 33 के.वी. सब-स्टेशन अस्तित्व में आया था और जिसे लोगों ने लम्बा संघर्ष आरंभ करके वर्ष 2010 में 66 के.वी. अपग्रेड करवाया मगर आश्चर्य की बात है कि 45 वर्षों से उक्त 33 के.वी. लाइन (कंडक्टर) को न बदलकर इससे 66 के.वी. लाइन का कार्य लिया जा रहा है। जो कि सप्लाई प्रभावित होने का मुख्य कारण माना जा रहा है।
 

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