आमजन को राहत: सरकारी अस्पतालों में फ्री ब्लड देने की योजना शुरू

punjabkesari.in Thursday, Jan 03, 2019 - 01:34 PM (IST)

नवांशहर(मनोरंजन): राज्य सरकार ने नववर्ष पर सरकारी अस्पतालों में जरूरतमंदों को ब्लड मुफ्त में देने की घोषणा की थी। सरकार की यह योजना जिले के एकमात्र सरकारी ब्लड बैंक बंगा में शुरूआत की गई है, परंतु 2 दिनों में अभी तक किसी भी सरकारी अस्पताल से इस ब्लड बैंक पर कोई व्यक्ति रक्त लेने नहीं आया है। हालांकि प्राइवेट अस्पतालों के मरीजों को अभी पैसे लेकर ही रक्त दिया जा रहा है।

अब जनरल कैटागरी के लोगों को भी नि:शुल्क सुविधा
पहले सरकारी अस्पताल में दाखिल मरीज से ब्लड के लिए 300 रुपए व प्राइवेट अस्पताल में दाखिल मरीज से 1 हजार रुपए वसूल किए जाते थे, जबकि कैंसर के मरीज व सरकारी अस्पताल में डिलीवरी के समय ब्लड मुफ्त में ही उपलब्ध करवाया जाता है। सरकार की ओर से पहले सरकारी ब्लड बैंक से एस.सी./एस.टी. वर्ग को ही रक्त की सुविधा मुफ्त में मुहैया होती थी, वहीं आम लोगों को भी अब यह सुविधा हासिल करने के लिए हजार रुपए से ज्यादा पैसा देना पड़ता था। अब जनरल कैटागरी के लोगों को भी सुविधा नि:शुल्क में मिलेगी। इस फैसले से लोगों को राहत मिलेगी।

स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म महिंद्रा ने 1 जनवरी को की थी घोषणा
जिले में सोमवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म महिंद्रा ने घोषणा की थी कि राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में 1 जनवरी से मुफ्त रक्त उपलब्ध करवाया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि मुफ्त रक्त मुहैया करवाने के साथ-साथ सभी अस्पतालों में रक्त की 24 घंटे उपलब्धता को भी यकीनी बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब ब्लड और ब्लड कम्पोनैंट्स जैसे पैक्ड आर.बी.सी., फ्रैश फ्रोजन प्लाजमा, प्लेटलैट्स प्लाजमा, प्लेटलैट कॉन्संट्रेट आदि मरीजों को मुफ्त मुहैया करवाए जाएंगे।

 ब्लड बैंक का नि:शुल्क रक्त देने का खर्च नैशनल हैल्थ मिशन रिफंड करेगा : एस.एम.ओ.
प्रदेश सरकार ने सरकारी अस्पतालों में दाखिल मरीजों को नववर्ष का तोहफा देते हुए जरूरत पडऩे पर नि:शुल्क रक्त देने का ऐलान किया है। इसी के चलते रूपनगर अस्पताल में दाखिल मरीजों से रक्त के बदले किसी किस्म की कोई वसूली नहीं की जाएगी। इस संबंधी जानकारी देते हुए सिविल अस्पताल रूपनगर के एस.एम.ओ. डा. तरसेम सिंह ने बताया कि किसी भी सरकारी अस्पताल या छोटे अस्पतालों में दाखिल रोगियों को रक्त की जरूरत पडऩे पर नि:शुल्क रक्त दिया जाएगा। एस.एम.ओ. ने बताया कि जितना भी ब्लड बैंक का नि:शुल्क रक्त देने का खर्चा आएगा, वह सारा नैशनल हैल्थ मिशन द्वारा रिफंड कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि दिसम्बर 2018 में 89 रोगियों को जो सरकारी अस्पताल में दाखिल थे, को जरूरत पडऩे पर रक्त दिया गया था जबकि प्राइवेट अस्पतालों में दाखिल करीब 292 रोगियों को रक्त दिया गया था।

‘रक्त देने की शुरूआत सिविल अस्पताल बंगा से की गई है। अभी 2 दिनों में सरकारी अस्पताल से कोई मरीज रक्त लेने नहीं आया है। हमने सरकार द्वारा जारी किए निर्देशों को अस्पताल में तुरंत प्रभाव से लागू किया है। हमने सभी डिस्पैंसरी, प्राइमरी हैल्थ सैंटर, कम्युनिटी हैल्थ सैटरों को भी सूचित कर दिया है कि अगर किसी मरीज को रक्त की जरूरत पड़े तो नि:शुल्क लेने के लिए उसे सिविल अस्पताल भेजा जाए।’
-डा. राजविंद्र कौर, एस.एम.ओ.।  


 

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