विडम्बना : कड़ाके की ठंड में गाय माता सड़कों पर, नहीं ली प्रशासन ने सुध

punjabkesari.in Monday, Dec 31, 2018 - 12:24 PM (IST)

राहों(प्रभाकर): हिंदू धर्म में गाय को माता का दर्जा देकर पूजा जाता है क्योंकि एक गाय माता के शरीर पर 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है। भगवान श्री कृष्ण ने भी गाय माता की सेवा अपने हाथों से की थी, परंतु आज इंसान ने गाय माता की पूजा तो क्या करनी थी उलटा उसको भूखी-प्यासी सड़कों में भटकने के लिए मजबूर कर दिया है। कड़ाके की पड़ रही ठंड में गाय माता को मजबूरन बिना आसरे के सड़कों-गलियों में भटकना पड़ रहा है।  

गाय माता अपनी भूख मिटाने के लिए कूड़े के ढेरों में मुंह मारने के लिए मजबूर है। इंसान केवल मतलब परस्ती है। वह जब तक गाय माता दूध देती है तब तक ही सेवा करता है बाद में उसे दर-दर भटकने के लिए मजबूर कर देता है। कई गऊ माताएं जो सड़कों पर घूमती हैं वे बड़े-बड़े वाहनों का शिकार हो जाती हैं या फिर उनका शिकार छोटे वाहन चालक भुगतते है। लोगों का कहना है कि दिलावरपुर में शहीद भगत सिंह नगर की ओर से जो सरकारी विशाल गऊशाला बनाई गई है वे इन घूम रही बेसहारा गऊओं को वहां ले जाकर आसरा देकर उन्हें कड़कती ठंड से बचाएं, क्योंकि यह गऊशाला पंजाब सरकार की ओर से सरकारी बनाई गई है। लोगों ने कमिश्रर से मांग की है कि वह सड़कों-गलियों, गांवों, शहरों में घूम रही बेसहारा गऊओं को पहल के आधार पर दिलावरपुर की सरकारी गऊशाला में आसरा दिलवाएं ताकि कड़कती ठंड से गाय बच सके। 

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