श्री कीरतपुर साहिब में ए.सी.सी. सीमैंट कम्पनी के डंप से उड़ती सफेद मिट्टी से सांस लेना हुआ दूभर

punjabkesari.in Thursday, Apr 18, 2019 - 12:01 PM (IST)

श्री कीरतपुर साहिब(बाली): स्थानीय पुराने बस स्टैंड समीप श्री कीरतपुर साहिब-श्री आनंदपुर साहिब मार्ग पर स्थित ए.सी.सी. सीमेंट कम्पनी के डम्प में सफेद मिट्टी (जिप्सम) को डंप करने और इसकी ढुलाई का कार्य पिछले दिनों से चल रहा है। पिछले कुछ दिनों में आए 2 बार आंधी से डंप से उड़ती सफेद मिट्टी की धूल ने नजदीकी लोगों के साथ-साथ दूर-दूर तक लोगों का सांस लेना भी मुश्किल कर दिया था। लोगों के घर, दुकानें आदि इस मिट्टी से भर गए थे। वहीं बारिश होने से लोगों ने इस धूल से काफी राहत महसूस की है। 

जानकारी के अनुसार राजस्थान से यह मिट्टी लाकर जिला बङ्क्षठडा के डब्बवाली में उतारी जाती है, जहां से बड़े-बड़े ट्रालों में इस मिट्टी को भर कर ए.सी.सी. डंप श्री कीरतपुर साहिब को भेजा जाता है। यहां इसे पोकलाइन मशीनों से उतारकर डंप किया जाता है। इसके बाद यहां से इस मिट्टी को ट्रकों में लोड कर बरमाणा भेजा जाता है। जब भी तेज हवाएं चलती हैं या आंधी आती है तो यह सफेद मिट्टी आसमान में उड़ कर आसपास काफी दूर तक  मार करती है। इस धूल-मिट्टी के कारण जहां डंप के समीप रहते लोग और दुकानदार काफी परेशान हैं। वहीं नजदीकी गांवों के लोग भी इस मिट्टी से उड़ कर आने वाली धूल से परेशानी झेल रहे हैं। 

प्रशासन से लोगों की मांग 
स्थानीय लोगों ने पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड और जिला प्रशासन से मांग की कि इस मिट्टी को उक्त डंप में उतारने पर रोक लगाई जाए। यदि इसको यहां स्टोर करना ही है तो पंजाब प्रदूषण की हिदायतों के अनुसार ही इस मिट्टी को चारों तरफ से बंद किए शैडों में उतारा जाए। साथ ही पानी का छिड़काव करने के लिए फव्वारे और पानी की पाइपें प्रयोग की जाएं। हवा चलने के दौरान इसको उडऩे से रोकने के लिए तिरपालों से ढंक कर रखा जाए। 

अधिकारियों को भेज कर मौका दिखाएंगे
एस.डी.एम. श्री आनंदपुर साहिब कन्नू गर्ग ने कहा कि वह अधिकारियों को भेज कर मौका दिखाएंगे। उक्त डंप को जिप्सम स्टोर करने की स्वीकृति मिली है या नहीं, इस बारे में 
भी जांच करेंगे। लोगों को कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी। 

और भी पुख्ता प्रबंध करेंगे 
ए.सी.सी. डंप श्री कीरतपुर साहिब के इंचार्ज बी.के. ब्यास ने कहा कि मिट्टी को उनके द्वारा ढंक कर रखा गया था। आंधी-तूफान से धूल-मिट्टी को उडऩे से रोकने के लिए वह और भी पुख्ता प्रबंध करेंगे और लोगों को कोई समस्या नहीं आने देंगे। यदि कोई भी समस्या आती है तो लोग उनसे संपर्क करें, उनकी समस्या का जरूर हल किया जाएगा। 

शरीर के लिए बहुत घातक है यह मिट्टी 
यह मिट्टी बहुत खतरनाक है। इसका इस्तेमाल सीमैंट बनाने में किया जाता है। यह मिट्टी सांस द्वारा शरीर के अंदर दाखिल हो जाती है और फेफड़ों पर विपरीत प्रभाव डालती है। इससे सांस लेने में कठिनाई महसूस होती है। इसके अलावा आंखों में पडऩे से इससे खारिश, जलन होने लग जाती है। आंखों को मलने से वह लाल हो जाती है। आंखों में यह घाव कर देती है। मनुष्य चमड़ी पर भी इसका विपरीत प्रभाव पड़ता है। यह बुजुर्गों व बच्चों और अस्थमा के रोगियों के लिए बहुत खतरनाक है। इसके अलावा इस मिट्टी की धूल से घरों की छतों, फर्श और कपड़े भी खराब हो जाते हैं। 

नहीं हो सका प्रदूषण बोर्ड के चेयरमैन से सम्पर्क 
इस संबंध में जब पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड पटियाला के चेयरमैन से संपर्क किया गया तो उनसे संपर्क नहीं हुआ, जबकि मैंबर सचिव इंजीनियर पवन गर्ग ने फोन रिसीव नहीं किया। 

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