कर्मचारियों ने काले बिल्ले लगाकर किया दफ्तरी कार्य

punjabkesari.in Wednesday, Aug 22, 2018 - 11:16 AM (IST)

नवांशहर (त्रिपाठी,मनोरंजन): पंजाब राज्य जिला डी.सी. दफ्तर कर्मचारी यूनियन ने सरकार की ओर से पहले से ही मंजूर मांगों को लागू न करने के विरोध में आज अपने-अपने दफ्तरों में काले बिल्ले लगाकर कार्य करते हुए रोष जताया। एस.डी.एम. दफ्तर में तैनात कर्मचारी त्रिलोचन सिंह, जसविन्द्र, हरविन्द्र तथा मनजीत राम ने बताया यूनियन के वफद के साथ समय-समय पर सरकार की हुई बातचीत में बहुत-सी मांगों को सरकार ने मंजूर करके जल्द लागू करने का भरोसा दिया था, परन्तु अब सरकार मंजूर मांगों को लागू नहीं कर रही है जिसके चलते पंजाब भर के डी.सी. दफ्तर कर्मचारियोंं में सरकार के खिलाफ भारी रोष पाया जा रहा है। इस अवसर पर यूनियन नेता राजन भाटिया, रणजीत सिंह, प्रभजोत सिंह, गोपाल किशन, मनी कुमार व बिहारी लाल आदि ने भी सरकार की नीतियों पर भड़ास निकाली। 

क्या है कर्मचारियों की मांगें
रिक्त स्थानों पर रैगुलर भर्ती की जाए।

महंगाई भत्ते की बकाया किश्तों का भुगतान किया जाए।

सीनियर सहायक से नायब तहसीलदार पदोन्नत करने का कोटा 25 प्रतिशत किया जाए।

कर्मचारियों पर लगाया गया 2 हजार रुपए विकास टैक्स वापस लिया जाए।

पदोन्नत केसों में लगाए जाने वाले गैर जरूरी एतराजों को लगाना बंद किया जाए।

सुपरिंटैंडैंट ग्रेड 2 व सीनियर सहायक के रिक्त पदों पर पदोन्नतियां दी जाएं।

डी.सी. दफ्तर के समूह सुपरिंटैंडैंट ग्रेड 2 अधिकारियों को तहसीलदार पदोन्नत करने के लिए अनुभव की शर्त को 5 वर्ष से कम करके 3 वर्ष किया जाए।

दफ्तरों के सुपरिंटैंडैंट के पद को जनरल करने वाला पत्र वापस लिया जाए।

स्टैनो काडर पर पदोन्नत के लिए  बार-बार टैस्ट लेने की शर्त को हटाया जाए।

ग्रुप बी के नियम बनाते समय यूनियन की ओर से भेजे गए सुझावों को लागू किया जाए। 
 

bharti