GNDUके विद्यार्थियों व प्रिंसीपल के बीच अधिक फीस वसूलने को लेकर फंसा पेंच

punjabkesari.in Tuesday, May 15, 2018 - 12:23 PM (IST)

पठानकोट (शारदा): लमीनी क्षेत्र में स्थित जी.एन.डी.यू. कॉलेज कैम्पस के विद्यार्थियों व प्रिंसीपल के बीच आए दिन बन रहा गतिरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को आज उक्त कॉलेज कैम्पस उस समय फिर सुर्थियों में आ गया जब वहां पढऩे वाले विद्यार्थियों ने अतिरिक्त फीस वसूलने का कॉलेज प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए इसका विरोध किया व भारी संख्या में विद्यार्थियों का जत्था रोष जताने के लिए प्रिंसीपल के कार्यालय जा पहुंचा। 

 

यहां दोनों पक्षों में कहा-सुनी हुई। मामला बढ़ता देख प्रिंसीपल ने इस बाबत पुलिस को सूचित किया। देखते ही देखते वहां पुलिस भी मौके पर पहुंच गई व विद्यार्थियों को शांत करते हुए उन्हें प्रिंसीपल के कार्यालय से बाहर किया। इसके बाद  विद्यार्थियों ने विधायक अमित विज के निवास स्थान पर पहुंचकर उनके सामने अपनी व्यथा रखते हुए मामले का संज्ञान लेकर कार्रवाई की मांग उठाई। 

 

बी.कॉम कक्षा के विद्यार्थी दीक्षा, मीनाक्षी अंजलि, सुकृति, अनुदामिनी, अमृता, पलक, वंदना, विशाल, अभिषेक, दानिश ने कॉलेज प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि कॉलेज प्रबंधन ने उनसे पहले समैस्टर की फीस 1600 रुपए प्रति विद्यार्थी ली थी परन्तु दूसरे समैस्टर में 500 रुपए की राशि अतिरिक्त वसूली जा रही है। जब वह प्रिंसीपल को इस अतिरिक्त फीस संबंधी बात करते हैं तो उन्हें कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया जाता। 

 

विधायक विज ने जांच का दिया आश्वासन
वहीं विद्यार्थियों द्वारा प्रिंसीपल पर लगाए आरोपों संबंधी विधायक अमित विज ने बताया कि कक्षा बी.कॉम के विद्यार्थियों का एक शिष्टमंडल कॉलेज प्रबंधन द्वारा अतिरिक्त फीस वसूलने को लेकर उनसे मिला है। इससे पहले भी विद्यार्थियों द्वारा लगाए गए आरोपों के बारे में जी.एन.डी.यू. के रजिस्ट्रार के साथ वह बातचीत कर चुके हैं, लेकिन आज जो मामला सामने आया है, उसका संज्ञान लेकर जांच करवाई जाएगी।

किसी तरह से कोई भी फीस बढ़ा कर नहीं ली गई : प्रिंसीपल 
विद्यार्थियों द्वारा लगाए गए आरोपों के बारे में प्रिंसीपल निर्मल पांधी ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि उनकी ओर से किसी तरह से कोई भी फीस बढ़ा कर नहीं ली गई है। जब-जब उन्होंने एडमिशन ली थी तो एक पेपर प्रैक्टिकल का था जिसके चलते यूनिवॢसटी की ओर से 500 रुपए बतौर प्रैक्टिकल के लिए थे।

उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों ने जो 500 रुपए फीस के अधिक बटोरोने के लिए आरोप लगाए हैं, वे बिल्कुल निराधार हैं, क्योंकि फीस के रूप में लिए गए पैसे यूनिवर्सिटी के अकाऊंट में जमा हैं, विद्यार्थी जब चाहे उसे ले सकते हैं।   उन्होंने पैसों के रिफंड के लिए खुद रजिस्ट्रार को विद्यार्थियों के हक में लिखा है। प्रिंसीपल ने विद्यार्थियों द्वारा लगाए गए स्पोर्ट्स मील में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि स्पोर्ट्स से संबंध रखने वाला स्टाफ स्पोर्ट्स मील का पूरा-पूरा हिसाब रख रहे हैं और स्पोर्ट्स मील के बिल यूनिवर्सिटी द्वारा प्रमाणित कैंटीन से लिए जा रहे हैं जिसमें भ्रष्टाचार का सवाल ही पैदा नहीं होता। 

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