भाखड़ा नहर में बड़ी दरार पडऩी शुरू

punjabkesari.in Saturday, Jun 30, 2018 - 12:33 PM (IST)

पटियाला (बलजिन्द्र): एक तरफ मानसून ने दस्तक दी हुई है और दूसरी तरफ नरवाणा ब्रांच का अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के बाद भाखड़ा नहर का नाभा रोड पुल के पास से काफी हिस्सा धंस गया है और विभाग कुंभकर्णी नींद सोया पड़ा है।

यह कह लिया जाए कि भाखड़ा नहर में बड़ी दरार पडऩी शुरू हो गई तो कोई अतिकथनी नहीं होगी।सबसे अहम बात यह है कि इससे पहले भी जो हिस्से की ईंटें खिसक गई थीं, वहां मिट्टी की बोरियां लगाई गई थीं, वह बोरियां भी खिसक गई हैं, परंतु विभाग की तरफ से कोई गौर नहीं किया जा रहा। भाखड़ा नहर के नाभा रोड पुल के बिल्कुल पास ही लगभग चार फुट गहरे तक मिट्टी पानी में धंस गई है और हर घंटे बाद इसका आकार बढ़ता ही जा रहा है। विभाग की तरफ से यदि यही रवैया रखा गया तो निश्चित तौर पर यहां दरार पड़ जाएगी। सबसे अहम बात यह है कि यह एरिया शहर के पास पड़ता है। जहां नाभा रोड और आसपास के इलाकों में बड़ी संख्या में लोग रहते हैं।

नरवाणा ब्रांच बंद होने के बाद  भाखड़ा नहर में छोड़ा था अतिरिक्त पानी
नरवाणा ब्रांच बंद होने के बाद टोहाना ब्रांच यानी भाखड़ा नहर में अतिरिक्त पानी छोड़ा गया है, जिसके कारण पिछले 3 दिनों से भाखड़ा नहर भरी हुई चली आ रही है। कई हिस्सों में तो पानी पूरी तरह किनारे तक आ गया है। सोशल मीडिया पर भी नहर को लेकर खूब चर्चा है कि शायद पीछे बारिश के कारण ज्यादा पानी छोड़ दिया गया है। आम तौर पर भाखड़ा नहर किनारों से 4 से 8 फुट तक नीचे चलती है, परंतु इन दिनों तो कहीं-कहीं एक फुट फर्क ही रह रहा है।

बिना तैयारी से छोड़ दिया गया अचानक ज्यादा पानी
भाखड़ा नहर में बिना किसी तैयारी से ही अचानक ज्यादा पानी छोड़ दिया गया। इस बार तो भाखड़ा नहर की रिपेयर भी कोई ज्यादा नहीं की गई और अब अचानक इतना पानी छोड़ दिया गया। हालांकि विभाग की तरफ से इसको अपनी मजबूरी बताया जा रहा है परंतु विभाग की तरफ से बरसातों से पहले छोटी-छोटी मुरम्मत भी नहीं की गई।

दरार पड़ी तो होगा करोड़ों रुपए का नुक्सान
भगवान न करे यदि भाखड़ा नहर में बड़ी दरार पड़ गई तो करोड़ों का नुक्सान होगा। हजारों एकड़ धान की ताजी लगी फसल जहां प्रभावित होगी, वहीं नाभा रोड पर आधा दर्जन के लगभग बड़े और नामी पैलेस और एक दर्जन से ज्यादा गांव इस इलाके में बसे हुए हैं, वहां भी नुक्सान हो सकता है।

विभाग तुरंत कदम उठाए : लोग
आसपास के इलाके के रहने वाले लोग बोले कि इससे पहले बड़ा नुक्सान हो विभाग को तुरंत जरूरी कदम उठाने चाहिएं। मौके पर मौजूद रघुबीर सिंह, करतार सिंह, बाबू लाल, जय सीता राम और जय देव, दविंद्र सिंह ने कहा कि जहां मिट्टी धंसी है, वहां 24 घंटे की निगरानी का प्रबंध करना चाहिए, क्योंकि एक तो पानी आम से ज्यादा छोड़ा हुआ है और दूसरा बरसातों का मौसम भी है।

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