सी.एम. सिटी को जल्द मिलेगा डेढ़ दशक से ठप्प पड़ा डेयरी प्रोजैक्ट

punjabkesari.in Saturday, Mar 24, 2018 - 12:21 PM (IST)

पटियाला(स.ह., बलजिन्द्र): जाम सीवरेज की समस्या से निजात दिलाने के लिए वर्ष 2003 में तैयार किया गया और डेढ़ दशक से ठप्प पड़ा डेयरी प्रोजैक्ट जल्द ही सी.एम. सिटी के लोगों को मिल जाएगा। मेयर संजीव शर्मा बिट्टू ने इस प्रोजैक्ट को सिरे चढ़ाने के लिए कमान खुद अपने हाथों में ले ली है। उन्होंने अबलोवाल डेयरी प्रोजैक्ट में जाकर खुद मौके का जायजा लिया। इस दौरान उनके साथ ब्लाक कांग्रेस कमेटी के प्रधान के.के. मल्होत्रा, एफ. एंड सी.सी. के मैंबर हरविन्द्र सिंह निप्पी, सीनियर पार्षद विजय कुमार कूका, पार्षद संदीप मल्होत्रा के अलावा अन्य कई नेता उपस्थित थे।मेयर ने अफसरों को मौके पर बुलाया और इसकी रूपरेखा तैयार करने के लिए कहा। इसके साथ ही उस पहले से तैयार नक्शे में कुछ बदलाव करवाए जिससे लोगों को आज के समय अनुसार अत्याधुनिक सहूलियतें मिल सकें। पिछले डेढ़ दशक से यह प्रोजैक्ट अधूरा पड़ा है। 

12.50 करोड़ की लागत के साथ बनेगा डेयरी प्रोजैक्ट
मेयर संजीव बिट्टू के कहने पर नगर निगम ने जो प्रोजैक्ट तैयार किया है वह 12.50 करोड़ रुपए की लागत के साथ मुकम्मल होगा। अबलोवाल नजदीक यह प्रोजैक्ट 22.44 एकड़ में बनाया जाएगा। इसका काम 2 पड़ावों में किया जाएगा जिसमें डेढ़ एकड़ में गौशाला का विशेष तौर पर निर्माण किया जाएगा, एक वैटर्नरी डिस्पैंसरी, एक एम.सी. दफ्तर, एक मिल्क कलैक्शन सैंटर, बायोगैस प्लांट, गारबेज कलैक्शन, फीड केंद्र और 170 डेयरियां व शॉपिंग काम्पलैक्स बनाया जाएगा। मेयर संजीव शर्मा बिट्टू ने कहा कि पटियाला शहर के सर्वे दौरान 120 डेयरियों की पहचान की गई है जबकि डेयरी प्रोजैक्ट में 170 डेयरियां शिफ्ट किए जाने की योजना है। इस प्रोजैक्ट की मुख्य अप्रोच रोड 60 फुटी बनेगी जबकि बाकी की सड़कें 40 फुटी होंगी।

प्रोजैक्ट बनने के साथ क्या-क्या होगा फायदा
-सीवरेज जाम से निजात 
-शहर में पशुओं के साथ होते हादसों से निजात 
-पशु पालकों को अत्याधुनिक डेयरी फार्म 
-शहर को साफ-सुथरा रखने में मिलेगी मदद 
- डेयरियां बाहर शिफ्ट होने से टोका मशीनें भी होंगी शिफ्ट
- पशुओं के चारों के लिए गांवों से आने वाली ट्रैक्टर-ट्रालियों से भी मिलेगी राहत

शहर में डेयरियां होने के कारण पशुओं के गोबर के साथ जाम होता है सीवरेज
शाही शहर पटियाला में लोगों ने अलग-अलग कालोनियों और मोहल्लों में अपने पशु रख कर डेयरियों बनाई हुई हैं। इन पशुओं का गोबर पानी के प्रैशर द्वारा सीवरेज लाइनों में बहा दिया जाता है जिस कारण अक्सर ही सीवरेज जाम रहता है। लम्बे समय से इन डेयरियों का गोबर सीवरेज जाम की समस्या का कारण बनता है। म्यूनिसिपल निगम एक्ट 1976 अनुसार किसी भी शहर में डेयरियां नहीं चल सकतीं जिस कारण ही नगर निगम ने शहर की समूची डेयरियों को शिफ्ट करने के लिए अबलोवाल और घलोड़ी गेट में 2 अलग-अलग प्रोजैक्ट बनाए थे परन्तु ये दोनों प्रोजैक्ट लम्बे समय से फाइलों का शृंगार बने हुए थे। अब मेयर संजीव शर्मा बिट्टू ने मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह और महारानी परनीत कौर के साथ विशेष मीटिंग करके इस प्रोजैक्ट को सिरे चढ़ाने का मन बना लिया है।

Punjab Kesari