साकेत अस्पताल में मुलाजिमों ने कमरों को लगाए ताले, खुलवाने के लिए पुलिस बुलाई

punjabkesari.in Tuesday, Aug 21, 2018 - 07:42 PM (IST)

पटियाला(स.ह.): पंजाब में सरकारी ड्रग डी-एडिक्शन एंड रिहैबिलिटेशन इम्प्लाइज यूनियन पंजाब के आह्वान पर नशा छुड़ाओ केंद्रों और ओट (आऊटपेशैंट ओ.पी.डी. क्लीनिक) क्लीनिकों में मुलाजिमों की हड़ताल के चलते यहां सरकारी साकेत नशा छुड़ाओ अस्पताल में मुलाजिमों की तरफ से कमरों को ताले लगा दिए गए और उनके न खोलने पर पुलिस बुलानी पड़ी।

साकेत अस्पताल के इंचार्ज परमिंद्र कौर ने बताया कि मुलाजिमों की तरफ से सुबह कमरों को ताले लगा दिए गए थे। जब कमरे न खोले गए तो पुलिस बुला कर ताले खोले गए और मरीजों को दवा दी गई। उन्होंने बताया कि रोजाना 30 मरीज दवा लेने आते हैं। 118 मरीजों की यहां एंट्री है और 40 के करीब नशा छुड़ाओ केंद्र में दाखिल हैं। उन्होंने बताया कि ओट क्लीनिक में रोजाना मरीज दवा लेने आते  हैं जो उनको देकर घर भेज  दिया जाता है। 

इस दौरान मुलाजिम यूनियन के प्रदेश प्रधान परमिंद्र ने बताया कि 4 साल का समय बीत चुका है परंतु अभी तक उनको फिक्स तनख्वाह नहीं मिल रही है और कोई सालाना भत्ता तथा कोई सुविधा नहीं मिल रही है। परमिंद्र सिंह के करीबी ने बताया कि उनकी जत्थेबंदी के नुमाइंदों की तरफ से आज सिविल सर्जन और डिप्टी कमिश्नर को मांग पत्र सौंपे गए हैं और देर शाम इनके साथ मीटिंग भी जारीथी।
सूत्रों के मुताबिक सेहत विभाग की तरफ से इन मुलाजिमों की तनख्वाहों में वृद्धि का फैसला कर लिया गया है और नोटीफिकेशन जल्द जारी किया जा सकता है।

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