अध्यापकों ने किसानों के समर्थन के साथ दिया धरना

punjabkesari.in Tuesday, Dec 04, 2018 - 09:35 AM (IST)

पटियाला(जोसन, बलजिन्द्र): सांझा अध्यापक मोर्चा की तरफ से पटियाला शहर से मोर्चा उठाने के बाद अब अध्यापकों ने शहर से बाहर महमुदपुर मंडी में लगाए मोर्चे के दूसरे दिन किसानों के समर्थन के साथ जोरदार धरना लगाकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस मौके पर अध्यापकों ने घोषणा की कि 4 दिसम्बर को शिक्षामंत्री के साथ होने जा रही सांझा अध्यापक मोर्चा की बैठक जरूर करवाने और उसमें मांगों के लिए दबाव बनाने खातिर विशाल रैली की जाएगी। धरने में जुड़े अध्यापकों ने पंजाब के प्रत्येक अध्यापकों से अपील की कि वह 4 दिसम्बर के धरने में पहुंचें।

मोर्चे की बाकी मांगों पर चुप रहे शिक्षा मंत्री
अध्यापक नेता दीदार सिंह मुद्दकी, डा. अमृतपाल सिंह सिद्धू, तलविन्दर सिंह खरौड़, राजवीर सिंह समराला ने कहा कि शिक्षा मंत्री द्वारा 21 सूत्रीय मांग पत्र में सिर्फ 5178 अध्यापकों को रैगुलर करना, लंबे समय से सेवाएं निभा रही वालंटियर श्रेणियों के भत्तों में मामूली विस्तार करना, विक्टेमाइजेशनें रद्द करने और 8886 अध्यापकों की वेतन कटौती रद्द करने बारे मुख्यमंत्री को विनती करने की मौखिक घोषणा की है, जबकि मोर्चे की बाकी मांगों पर चुप्पी साधे हुए हैं। मंत्री के अब तक के रवैये से यह भरोसा नहीं किया जा सकता, इसलिए यह अध्यापक संघर्ष ही हो सकता है जो उसे मांगों पर बात करने के लिए मजबूर कर सकता है।

संघर्ष को दबाने के लिए अपनाए जा रहे रवैये की निंदा की

इस मौके वक्ताओं ने एक पंथ होकर पटियाला प्रशासन और हुकूमत की तरफ से संघर्ष को दबाने के लिए अपनाए जा रहे रवैये की निंदा की। प्रशासन की तरफ से पहले जगह की मंजूरी देकर बाद में वापस ली जा रही है परन्तु संघर्षी अध्यापकों के समर्थन में उतरे लोग इन धमकियों की परवाह नहीं करेंगे और संघर्ष में डटे रहेंगे। इस मौके उन्होंने सांझा मोर्चा के बाकी संगठनों को भी न्यौता दिया कि वे सरकार पर दबाव बनाने के लिए संघर्ष में डटें तो ही सरकार को मांगें मानने के लिए मजबूर किया जा सकेगा।

विभिन्न संगठन अध्यापकों के समर्थन में उतरे
इस धरने दौरान भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां की तरफ से लंगर चलाया जा रहा है और सैंकड़ों वर्कर लंगर के प्रबंधों में जुटे हुए हैं। इसी तरह ठेका मुलाजिम संघर्ष मोर्चा के नेता और कारकुन भी धरने के प्रबंधों में जुटे हुए हैं और अलग-अलग कर्मचारी संगठन धरने में अध्यापकों के समर्थन में मौजूद हैं। नेताओं ने घोषणा की कि सांझा अध्यापक मोर्चा की सभी मांगों की प्राप्ति तक अध्यापक संघर्ष जारी रहेगा। इस मौके धरने में बैठे अध्यापक द्वारा आसपास के गांवों में लोगों की लामबंदी भी ली जा रही है।
 

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