सज्जन कुमार को उम्रकैद नहीं फांसी होनी चाहिए : हरसिमरत बादल

punjabkesari.in Wednesday, Dec 19, 2018 - 02:22 PM (IST)

बस्सी पठाना(राजकमल): केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल व स्त्री अकाली दल की जिला अध्यक्ष बीबी मनप्रीत कौर हुंदल ने सिख विरोधी दंगों के मामले में सज्जन कुमार को उम्रकैद की सजा सुनाए जाने के दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि सज्जन कुमार को उम्रकैद नहीं फांसी की सजा होनी चाहिए।

केंद्रीय मंत्री ने 1984 के दंगों के दोषियों को राजनीतिक संरक्षण देने के लिए गांधी परिवार के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने तथा इस हत्याकांड में शामिल अन्य दोषियों जगदीश टाईटलर आदि को भी तुरंत सजा देने की आवाज बुलंद करते हुए कहा कि 34 साल बाद आया यह फैसला सिख हत्याकांड के पीड़ितों को कुछ हद तक राहत देेने वाला है लेकिन अभी भी कई दोषी कानून की गिरफ्त से बाहर हैं। बीबी बादल ने बताया कि सिख हत्याकांड के दोषियों को सजाएं दिलाने के लिए लगातार यत्न किए जाते रहेंगे और कांग्रेस जमात द्वारा कांग्रेसी कार्यकाल दौरान की गई ज्यादतियां सिख कौम कभी नहीं भूलेगी।

इस दौरान बीबी मनप्रीत कौर हुंदल ने भी सिखों के कातिलों का बचाव करने वाली कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी से इस्तीफा मांगते हुए कहा कि हाईकोर्ट का फैसला एक व्यक्ति नहीं पूरी कांग्रेस पार्टी के खिलाफ है, क्योंकि 1984 के बाद ज्यादातर समय तक कांग्रेस ने देश पर शासन किया है और यह पार्टी सज्जन कुमार जैसे लोगों को बचाने का प्रयास करती रही है। अब जब कोर्ट ने फैसला सुना दिया है तो नैतिकता के आधार पर कांग्रेस अध्यक्ष को इस्तीफा देना चाहिए और पूरे सिख जगत से माफी मांगनी चाहिए। बीबी हुंदल ने सुप्रीम कोर्ट से ऐसे गंभीर आरोपों के लिए उम्रकैद नहीं सज्जन कुमार के लिए मौत की सजा फांसी देने की अपील की है ताकि सिख समुदाय के घावों पर मरहम लग सके। 

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