जे.ई.ई. मेंस में प्रियांशु ने 162वां और चिराग ने हासिल किया 166वां रैंक

punjabkesari.in Tuesday, May 01, 2018 - 11:31 AM (IST)

पटियाला (प्रतिभा): सी.बी.एस.ई. द्वारा जे.ई.ई. मेंस का रिजल्ट देर शाम जारी हुआ।  शहर के प्रियांशु मदान ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए ऑल इंडिया रैंकिंग में 162वां व चिराग सिंगला ने 166वां रैंक पाया है। प्रियांशु ने आईक्वेस्ट से कोङ्क्षचग ली है और चिराग सिंगला लक्ष्य इंस्टीच्यूट का स्टूडैंट है।

=लक्ष्य के अमनरीत सिंह ने 279वीं रैंकिंग हासिल की है। आईक्वेस्ट के हिमांशु गोयल ने ऑल इंडिया में 984वीं रैकिंग पाई है। आईक्वेस्ट के इंचार्ज विनय शर्मा और पटियाला के अकैडमिक को-ऑर्डीनेटर हाशिम अंसारी ने दोनों बच्चों की सफलता पर उन्हें बधाई दी। उन्होंने बताया कि इन दोनों के अलावा भी इंस्टीच्यूट के बहुत से बच्चे हैं, जिन्होंने एक हजार से ऊपर की रैंकिंग हासिल की है।


अपनी रैंकिंग से खुश हूं : प्रियांशु
पंजाबी यूनिवर्सिटी के विभागाध्यक्ष डा. डी.के. मदान के बेटे प्रियांशु मदान की रैंकिंग शहर में फिलहाल सबसे अच्छी है। प्रियांशु ने कहा कि वह अपनी रैंकिंग से खुश है और उसके माता-पिता भी काफी संतुष्ट हैं। पिता डी.के. मदान ने कहा कि प्रियांशु दिन में 7-8 घंटे पढ़ाई करता है। 

अब 20 मई को होने वाले जे.ई.ई. एडवांस के एग्जाम की तैयारी कर रहा है। प्रियांशु का उद्देश्य आई.आई.टी. में एडमिशन लेना है। उसके सपने में वह पूरा साथ दे रहे हैं। जिस भी चीज की जरूरत होती है, उसे मुहैया करवाने की कोशिश रहती है, ताकि वह एडवांस में और अच्छे अंक ले सके। 

जे.ई.ई. एडवांस की तैयारी कर रहा है चिराग  
चिराग सिंगला अपने रैंक से खुश है और वह भी जे.ई.ई. एडवांस की तैयारी कर रहा है। चिराग का कहना है कि मेहनत हर काम के लिए जरूरी है। वह दिन में 10 से 15 घंटे पढ़ाई करता है। फिलहाल जे.ई.ई. एडवांस में बेहतर रैंक हासिल करना है, तभी फायदा है। उसने कहा कि  परिवार ने हमेशा उसे सहयोग दिया है। 

अमनरीत भी अगले एग्जाम की तैयारी में
279वां रैंक पाने वाला अमनरीत भी अगले एग्जाम की तैयारी में है ताकि इस रैंक में और ज्यादा सुधार कर सके। आई.आई.टी. में जाने की इच्छा रखने वाले अमनरीत का कहना है कि वह दिन में 10 घंटे से ज्यादा पढ़ाई करता है। अब इस समय को और बढ़ाएगा। 

रैंकिंग से बहुत ज्यादा खुश नहीं है हिमांशु 
वहीं हिमांशु ने कहा कि वह अपनी रैंकिंग से बहुत ज्यादा खुश नहीं है क्योंकि मेहनत बहुत की थी लेकिन उस हिसाब से रैंकिंग नहीं आई, फिर भी अब आगे की पढ़ाई बारे सोचना है।

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