नाभा जेल ब्रेक के मुख्य साजिशकत्र्ता रोमी को हांगकांग से भारत लाने का रास्ता साफ

punjabkesari.in Wednesday, Nov 20, 2019 - 01:34 PM (IST)

पटियाला/जालंधर(बलजिन्द्र, धवन): नाभा जेल ब्रेक के मुख्य साजिशकत्र्ता रोमी को हांगकांग से पंजाब लाने का रास्ता साफ हो गया है। आज हांगकांग की एक अदालत ने रोमी के प्रत्यर्पण की मंजूरी भारत सरकार को दे दी है। रोमी के खिलाफ 27 नवम्बर 2016 को पंजाब की सबसे अधिक सुरक्षा वाली नाभा जेल ब्रेक को लेकर आपराधिक मामला दर्ज किया गया था। उसे जून 2016 में पुलिस थाना कोतवाली नाभा में दर्ज एफ.आई.आर. नं. 60/16 के तहत गिरफ्तार किया था।

बाद में अगस्त-2016 में उसको जमानत मिली थी और वह जमानत आदेशों की उल्लंघना करते हुए हांगकांग फरार हो गया था। पंजाब पुलिस पिछले लम्बे समय से रोमी को पंजाब लाने की कोशिश कर रही थी और पंजाब पुलिस ए.आई.जी. गुरमीत चौहान एवं एस.पी. हरविंदर विर्क केस की पैरवी कर रहे थे। रोमी को हांगकांग पुलिस ने फरवरी 2018 में गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद पंजाब पुलिस लगातार कोशिश कर रही थी कि रोमी को पंजाब पुलिस के हवाले किया जाए, जिससे नाभा जेल ब्रेक की और अहम जानकारियों बारे पता लगाया जा सके। इसके लिए पंजाब पुलिस ने लगभग 1200 पन्नों के अलग-अलग सबूत हांगकांग अदालत में पेश किए थे और इसके बाद जाकर हांगकांग अदालत ने रोमी को पंजाब पुलिस के हवाले करने का फैसला सुनाया है।

रोमी ने विदेश से ही गैंगस्टरों को फंडिंग की थी। रोमी की तरफ से 2 बार लाखों रुपए की फंडिंग की गई थी। वर्णनयोग्य है कि नाभा जेल ब्रेक 27 नवम्बर 2016 को हुई थी जिसमें रोमी ने नाभा जेल से 2 आतंकियों सहित 6 दुर्दांत अपराधियों को फरार करवाया था, जिनमें हरजिन्द्र सिंह उर्फ विक्की गौंडर, नीटा दयोल, गुरप्रीत सेखों, अमन धोतियां तथा 2 आतंकी हरमिन्द्र मिन्टू व कश्मीर सिंह शामिल थे। फरार हुए गैंगस्टरों और आतंकवादियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। सिर्फ एक व्यक्ति उसमें अभी फरार है। जब जांच शुरू की गई तो इसके तार विदेशों से भी जुड़ गए। इसी जांच के दौरान सामने आया कि रोमी ने ही नाभा जेल ब्रेक के लिए गैंगस्टरों को फंङ्क्षडग की थी।


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