सेहत विभाग के डायरैक्टर को हड़ताल पर बैठी नर्सों ने बैरंग लौटाया

punjabkesari.in Sunday, Feb 10, 2019 - 09:35 AM (IST)

पटियाला(जोसन): अपनी रैगुलर करने की मांग को लेकर नर्सिंग एसोसिएशन का संघर्ष आज भी पूरी तरह शिखर पर रहा। संघर्ष को विराम देने के लिए सेहत विभाग के डायरैक्टर पटियाला पहुंचे लेकिन नर्सांे ने विभाग के डायरैक्टर को बैरंग लौटा दिया और स्पष्ट किया कि जब तक उनको पक्का नहीं किया जाता, तब तक संघर्ष जारी रहेगा। उधर अस्पताल की छत पर चढ़ी कर्मजीत कौर औलख का मरणव्रत आज भी जारी रहा, जबकि बाकी साथियों ने नीचे ही भूख हड़ताल रखी।

इस मौके यूनियन नेता राजेश बांसल ने बताया कि डायरैक्टर द्वारा भूख हड़ताल पर बैठे नेताओं को निवेदन किया गया है कि वे अपनी हड़ताल छोड़ दें और बिल्डिंग पर चढ़े नेता भी नीचे उतर जाएं। उनकी मांगों संबंधी कार्रवाई जारी है लेकिन यूनियन नेताओं ने छत से नीचे उतरने और भूख हड़ताल छोडऩे से साफ इंकार कर दिया। 
उन्होंने कहा कि जितनी देर पक्के करने के आर्डर नहीं मिल जाते, उतनी देर संघर्ष वापस नहीं होगा। मैडिकल सुपरिटैंडैंट के कार्यालय की छत पर प्रधान कर्मजीत कौर औलख आज भी मरणव्रत पर डटी रहीं, जबकि 2 अन्य नेता बलजीत सिंह और कर्मचारी सतपाल सिंह उनके साथ रोष के तौर पर डटे हुए हैं, जबकि नीचे 5 नेता भूख हड़ताल पर चल रहे हैं। उल्लेखनीय है कि गत 4 दिन से राजिन्द्रा अस्पताल स्थित मैडिकल सुपरिंटैंडैंट के कार्यालय की बिल्डिंग पर चढ़ी नर्संे आज भी वहीं डटी रहीं। उधर अस्पताल प्रशासन द्वारा उनको नीचे उतारने के लिए लगातार कोशिशें जारी हैं।

नर्सिंग एसोसिएशन नेताओं का कहना है कि जब पंजाब में अकाली दल सरकार थी तो उस समय भी यह संघर्ष शुरू किया गया था। उस समय महारानी परनीत कौर ने खुद तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को पत्र लिखा था कि नर्सों की मांगें मानी जाएं। जबकि अब खुद कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद भी न तो मांगें मानी जा रही हैं और न ही मुख्यमंत्री द्वारा मिलने का समय दिया जा रहा है। बीबी औलख ने कहा कि गत संघर्ष समय कई नर्सों को जेल तक जाना पड़ा था और कइयों ने नहर में भी छलांग लगा दी थी लेकिन सरकारों के कानों पर कोई जूं तक नहीं रेंगी। अब कांग्रेस सरकार भी उसी रास्ते पर चल रही है। उन्होंने बताया कि कच्चे तौर पर कार्य कर रही नर्सों की गिनती 700-800 के करीब हो सकती है, जबकि पक्की तो सिर्फ 20 या 30 के करीब ही हैं। उन्होंने कहा कि अब तक सरकार ने उनकी कोई भी मांग पूरी नहीं की।

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