49 लाख रुपए की मारी ठगी, ठग गिरोह के 3 मैंबर काबू

punjabkesari.in Wednesday, Aug 21, 2019 - 10:30 AM (IST)

पटियाला(बलजिन्द्र): पटियाला पुलिस ने फर्जी बीमा पालिसियों में रकम दोगुनी करने का झांसा देकर ठगी मारने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिस के 3 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है।
इस संबंधी विस्तार के साथ जानकारी देते हुए एस.पी. इन्वैस्टीगेशन हरमीत सिंह हुंदल ने बताया कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में गगन सचदेव पुत्र कश्मीर सिंह निवासी अम्बाला कैंट हरियाणा को अम्बाला से, अमित कुमार पुत्र राम निवास निवासी गांव पनेहड़ा थाना कोट पुतली जिला जयपुर राजस्थान को पहाडग़ंज दिल्ली से और दिपेश गोयल निवासी चंडीगढ़ को मनीमाजरा चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि इन व्यक्तियों की तरफ से एक गिरोह बना कर लक्खा सिंह पुत्र अमरीक सिंह निवासी गांव बन्नबोरी तहसील धुरी जिला संगरूर से 49 लाख रुपए की ठगी मारी गई है। यह जाच थाना डिवीजन नं. 2 के एस.एच.ओ. गुरदीप सिंह के नेतृत्व में विस्तार के साथ की गई है।

ठगी के पैसों का कुछ हिस्सा दान करने के लिए बनाया ट्रस्ट
एस.पी. हुंदल ने बताया कि इन व्यक्तियों की तरफ से अलग-अलग शहरों में क्लड वैल्यू सर्विस, पावर 99, डैविश वैल्यू कार्ड प्राइवेट लिमिटेड, फंड सॉल्यूशन नई दिल्ली, आई.डी.ए. सर्विसिज गुडग़ांव, आई.एफ. सॉल्यूशन गुडग़ांव, आल सॉल्यूशन नई दिल्ली, एफ-1 केयर फरीदाबाद, ऐलर ट्रिप्पर इंडिया न्यू दिल्ली आदि नाम की फर्जी कंपनियां खोली हैं और इन दोषियों की तरफ से यह फर्जी कंपनियां बना कर भोले भाले लोगों से करोड़ों रुपए हड़प किए गए हैं। इन तरीकों के साथ ठगे गए पैसों में से 60 प्रतिशत दीपेश गोयल रख लेता था और 40 प्रतिशत अमित कुमार को दे देता था जो अमित और गगन सचदेवा के पास जाते थे। उन्होंने बताया कि इनकी तरफ से ठगी के पैसों में से कुछ पैसे दान करने के मकसद के साथ एक ट्रस्ट बनाया गया था जिसमें ये बच्चों की फीसें और किताबें बच्चे को खरीद कर देते थे।

कैसे हुई लक्खा सिंह के साथ ठगी
एस.पी. हुंदल ने बताया कि लक्खा सिंह एक रिटायर्ड हैड मास्टर है और उससे प्रिया शर्मा नाम की लड़की ने साल 2015 में फोन पर बातचीत करके उसके भतीजे की एच.डी.एफ.सी. इंश्योरैंस कंपनी में 3 साल की पालिसी करवा दी। जिसका 30 हजार रुपए प्रीमियम लक्खा सिंह के इंडियन ओवरसीज बैंक की छोटी बारांदरी ब्रांच में से काटा गया।  इस के बाद प्रिया नाम की लड़की ने लक्खा सिंह को कहा कि आप शक्ति 99 कंपनी में 20 हजार रुपए लगा दो तो आपको पैंशन के रूप में पैसे मिलने शुरू हो जाएंगे। लक्खा सिंह ने वह पैसे चैक के द्वारा भर दिए। इस के बाद एक गुरदीप सिंह नाम के व्यक्ति ने लक्खा सिंह अधिक लालच देकर उस की 43 हजार की पालिसी करवा दी। इसी तरह अन्य व्यक्तियों की तरफ से गैंग बना कर लक्खा सिंह से 49 लाख 25 हजार 212 रुपए अलग-अलग फर्जी कंपनियों के बैंक खातों में जमा करवा के ठगी मारी गई।

रिमांड में और जानकारी आने की संभावना : एस.पी.
एस.पी. ने बताया कि दोषी गगन सचदेवा और अमित कुमार को अदालत में पेश करके 8 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया हुआ है और तीसरे दोषी दीपेश गोयल निवासी चंडीगढ़ को आज अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड हासिल किया जाएगा तथा इस काले कारोबार में लगे हुए और व्यक्तियों व ठगे गए अन्य व्यक्तियों बारे जानकारी सामने आने की संभावना है। इस मौके डी.एस.पी. सिटी-1 योगेश शर्मा, थाना कोतवाली के एस.एच.ओ. इंस. सुखदेव सिंह, थाना डिवीजन नं. 2 के एस.एच.ओ. एस.आई. गुरदीप सिंह उपस्थित थे।

पूर्व कर्मचारियों की मदद लेते थे आरोपी

पुलिस ने जब तीनों को गिरफ्तार करने के बाद इस मामले की जांच शुरू की तो सामने आया कि उन की तरफ से एक गैंग बनाया हुआ है। जिसमें उनकी तरफ से इंश्योरैंस कंपनियों के पूर्व कर्मचारियों की मदद लेकर आम पब्लिक की इंश्योरैंस पालिसियों का डाटा चोरी करके उनके मोबाइल फोन के द्वारा संपर्क करके फर्जी कंपनियों की फर्जी इंश्योरैंस पालिसियों में अधिक लाभ देने का झांसा दे कर फर्जी कंपनी के फर्जी खातों के द्वारा मोटी रकम वसूल करते थे। यह रकम फर्जी एड्रेस देकर खुलवाए गए खातों में जमा करवाई जाती थी। फिर फर्जी खातों में से आनलाइन पैसे अपने खातों में ट्रांसफर कर लेते थे। इस काम के लिए उन की तरफ से अलग-अलग स्थानों पर काल सैंटर खोल कर पढ़-लिखे लोगों को ट्रेनिंग दे कर फर्जीवाड़े के इस काम में लगाया जाता था। 
ये लोग चोरी हुए डाटे से ग्राहक की तलाश करते थे और भोले-भाले लोगों को अपने झांसे में फंसा लेते थे। इन काल सैंटरों में काम करने वाले कुछ व्यक्तियों संदीप मिश्रा, इन्दु, मीनाक्षी, रमेश ठाकुर, नवीन, रीना पांडे और कुछ और नाम भी सामने आए हैं।

एस.पी. हुंदल ने बताया कि इन सैंटरों का कामकाज दिपेश गोयल देखता था। फर्जी कंपनियां और खातों का काम अमित कुमार देखता था। अमित कुमार ने गगन सचदेवा के नाम पर कंपनी क्लब वैल्यू सॢवस वीर सावकर ब्लाक सकरपुर नजदीक लक्ष्मी नगर दिल्ली में रजिस्टर्ड करवाई हुई थी, जिसका प्रोप्राइटर गगन सचदेवा था और कंपनी का सुवासत्या विहार (प्रीत विहार) दिल्ली में एक्सिस बैंक में खाता गगन सचदेवा के नाम पर खुलवाया गया है। इस में लक्खा सिंह के 5 लाख रुपए सीधे तौर पर डलवाए गए थे और लक्खा सिंह से बाकी रुपए अलग-अलग तरीकों के साथ अपनी ओर फर्जी कंपनियों के फर्जी इंडियन ओवरसीज बैंक छोटी बारांदरी पटियाला, स्टेट बैंक पटियाला की ब्रांच धर्मपुरा बाजार के फर्जी खातों में कुल 44 लाख रुपए जमा करवाए और इस तरीके से लक्खा सिंह के साथ दोषियों ने करीब 49 लाख 25 हजार 212 रुपए की ठगी मारी है।


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