पैट्रोल पंप मालिकों, किसानों और ट्रांसपोर्ट मालिकों ने किया प्रदर्शन

punjabkesari.in Tuesday, Dec 18, 2018 - 11:16 AM (IST)

 

पटियाला(बलजिन्द्र, राणा): पैट्रोल और डीजल पर चंडीगढ़ व हरियाणा की अपेक्षा पंजाब में कहीं अधिक वैट लगाने से भड़के पैट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन, किसान नेता और ट्रांसपोर्ट नेताओं ने आज समूचे पंजाब में जिला स्तर पर डिप्टी कमिश्नर दफ्तरों के आगे जबरदस्त प्रदर्शन किया। 

प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने के बाद जी.ए.-टू डिप्टी कमिश्नर को एक मांग पत्र सौंपा। इसके बाद प्रदेश स्तर पर 5 नेताओं का एक वफद इस मामले को लेकर वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल को मिला। इस वफद में प्रधान परमजीत सिंह दोआबा, महासचिव मनजीत सिंह, खजांची रणजीत सिंह गांधी, मोहाली के प्रधान इशविन्दर सिंह मोंगिया और एग्जीक्यूटिव मैंबर करनप्रताप सिंह दोआबा शामिल थे। प्रदेश प्रधान परमजीत सिंह, ढींढसा पैट्रोल पंप के एम.डी. हरवीर सिंह ढींढसा ने बताया कि वित्त मंत्री ने उनको विश्वास दिलाया कि अगले 15 से 20 दिनों में इस मामले को लेकर वह मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह के साथ विचार करेंगे और निश्चित तौर पर इस का हल निकाला जाएगा। प्रधान परमजीत सिंह ने कहा कि चंडीगढ़ की अपेक्षा पंजाब में लगभग 10 रुपए पैट्रोल और 4 रुपए डीजल महंगा है, जिस की सीधी मार पहले पैट्रोल पंप मालिकों, उसके बाद ट्रांसपोर्टरों पर और सबसे अधिक मार देश का पेट पालन वाले किसानों पर पड़ रही है। 

ट्रांसपोर्टरों को अधिक किराया लेना पड़ रहा
उन्होंने कहा कि पैट्रोल पंप पर करोड़ रुपए खर्च करके उनकी सेल खत्म हो चुकी है। ट्रांसपोर्टरों को अधिक किराया लेना पड़ रहा है, जिस कारण उनका व्यवसाय आए दिन गिरावट की तरफ जा रहा है। इसी तरह किसानों का डीजल की अधिक कीमतें होने के कारण प्रति एकड़ खर्चा काफी ज़्यादा बढ़ रहा है। प्रधान परमजीत सिंह ने बताया कि पड़ोसी रा’य हरियाणा, केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ समेत समूचे उत्तर भारत में से सबसे अधिक वैट तेल पर पंजाब में वसूला जा रहा है। उन्होंने कहा कि अधिक वैट लेने वाले रा’यों में पंजाब का तीसरा नंबर आता है जोकि पंजाब के लोगों के साथ सरासर अन्याय है। 

सांझा संघर्ष शुरू करने की चेतावनी
उन्होंने कहा कि यदि उनकी सुनवाई न हुई तो इसी तरह पंजाब के पैट्रोल पंप मालिक, ट्रांसपोर्टर और किसान इस मामले को ले कर एक सांझा संघर्ष शुरू करेंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी। यहां वर्णनयोग्य है कि पंजाब में तेल की कीमतों पर अधिक वैट वसूल करने का मामला पिछले काफी समय से अलग-अलग पार्टियों की तरफ से भी उठाया जा रहा है परन्तु यह पहली बार देखने में आया है कि पैट्रोल पंप मालिकों, किसानों और ट्रांसपोर्टरों की तरफ से इस मामले में ’वाइंट संघर्ष शुरू किया गया है। 
 

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