पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने 20 रिचार्ज वैलों पर लगाई रोक

punjabkesari.in Wednesday, Aug 22, 2018 - 10:35 AM (IST)

पटियाला(बलजिन्द्र): लगातार गिरते भू-जल के स्तर को रोकने के लिए नगर निगम की तरफ से जो शहर में बारिश के पानी को फिर जमीन में पहुंचाने के लिए रिचार्ज वैल बनाने की योजना बनाई गई थी, उस अनुसार नगर निगम की तरफ से सरकार से 20 रिचार्ज वैल मंजूर करवा लिए गए थे परंतु उन पर पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की तरफ से रोक लगा दी गई है।

इसके बाद निगम की यह योजना फिर ठंडे बस्ते में चली गई। नगर निगम की तरफ से रिचार्ज वैल मंजूर करवाने के बाद जब मंजूरी के लिए पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के पास भेजे गए तो उन्होंने अपनी मंजूरी देने से साफ इंकार कर दिया। हालांकि इससे पहले नगर निगम की तरफ से सभी साइटें फाइनल कर ली गई थीं और रिचार्ज वैल लगाने की तैयारियां कर ली गई थीं।

प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को यह है आब्जैक्शन
पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने यह कह कर रिचार्ज वैल लगाने को मंजूरी नहीं दी कि जो योजना नगर निगम की रिचार्ज वैल लगाने की है, उनमें सड़कों का सीवरेज का गंदा पानी धरती में जाएगा। इसके साथ और प्रदूषण बढने की संभावना बढ़ जाएगी क्योंकि सड़कों पर कई तरह के टायरों और अन्य चीजों के साथ रगड़ कर कैमीकल भी सीधे तौर पर जमीन में जाएंगे जिनको जमीन में जाने की इजाजत नहीं दी जा सकती।

प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अनुसार नगर निगम को कोई योजना बना कर इस पानी को सिंचाई के लिए प्रयोग करने की राय दी गई है। जहां तक रिचार्ज वैलों का सवाल है, वह सिर्फ  पार्कों जहां साफ-सुथरा पानी रिचार्ज वैल में जा रहा है या फिर बड़ी बिल्डिंगों की छतों के बरसाती पानी को ही रिचार्ज वैल में डालने की दी जा सकती है।

45 लाख रुपए करवाए थे मंजूर
नगर निगम की तरफ से बरसातों के पानी को रिचार्ज करने के लिए और सड़कों पर निचले इलाकों में बरसाती पानी की निकासी के लिए शहर में अलग-अलग स्थानों पर रिचार्ज वैल लगाने की योजना बनाई गई थी। इस योजना अनुसार सर्वे करने के बाद 20 स्थानों की पहचान की गई थी, जहां रिचार्ज वैल लगाए जाने थे। इसकी पंजाब सरकार से मंजूरी लेकर 45 लाख रुपए मंजूर भी करा लिए गए थे। निगम के अनुसार एक रिचार्ज वैल के लिए 2 लाख 25 हजार रुपए का खर्चा आना था परंतु अब निगम की यह योजना रखी की रखी रह गई।

क्या कहते हैं प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी
पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के प्रवक्ता डा. चरणजीत सिंह का कहना है कि छतों और पार्कों का ही बरसाती पानी रिचार्ज करने के काबिल होता है। सड़कों पर गंदे स्थानों के पानी को फिर जमीन में नहीं भेजा जा सकता क्योंकि इनमें कई तरह के कैमीकल के अलावा कई धातु और अन्य पदार्थ जमीन में जाते हैं, जिनके जमीन में जाने की इजाजत नहीं दी जा सकती। यही कारण है कि नगर निगम की तरफ से 
जो रिचार्ज वैल लगाने की मंजूरी मांगी गई थी, उससे प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने साफ इंकार कर दिया है।

पुराने रिचार्ज वैल भी खत्म होने के किनारे
साल 2000 में उस समय के नगर निगम के कमिश्नर के.एस. कंग की तरफ से कई स्थानों पर रिचार्ज वैल बनाए गए थे, वह भी खत्म होने के किनारे आ गए हैं क्योंकि उसके बाद उनकी कभी भी सफाई नहीं हुई। लगभग इक्का-दुक्का को छोड़ कर वह रिचार्ज वैल बंद हो गए हैं।

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