PU संकट और गर्माया: यूनिवर्सिटी को 4 दिन बंद करने की घोषणा

punjabkesari.in Thursday, Oct 11, 2018 - 11:42 AM (IST)

पटियाला(जोसन, बलजिन्द्र) : पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला में मुट्ठी भर डी.एस.ओ. के विद्यार्थियों द्वारा लड़कियों के होस्टलों को 24 घंटे खोलने को लेकर किया गया संघर्ष अब खूनी संघर्ष बन चुका है। बीती रात पी.यू. में 2 विद्यार्थी ग्रुपों में हुई खूनी लड़ाई के बाद आज सुबह ही अथारिटी ने पंजाबी यूनिवर्सिटी को 4 दिन के लिए बंद करने की घोषणा कर दी है और यूनिवर्सिटी में भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।

विद्यार्थी ग्रुपों में और खूनी टकराव की संभावना
जानकारी अनुसार पी.यू. अथारिटी को यह पूरी सूचना है कि विद्यार्थी ग्रुपों में और भारी खूनी टकराव हो सकता है जिस कारण ही यूनिवर्सिटी को बंद किया गया है। कई विद्यार्थी ग्रुप धरने पर बैठे कुछ विद्यार्थियों के अडिय़ल और न मानने वाली मांग से दुखी हो कर बड़ा हमला करने की तैयारी कर रहे हैं। वास्तव में इस वक्त डी.एस.ओ. और धरनाकारी अकेले पड़ गए हैं और तकरीबन 95 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थी संगठनों, अध्यापक संगठनों और नान-टीचिंग स्टाफ इनके खिलाफ उतर आया है। यहां तक कि बीती रात के घटनाक्रम के बाद पी.यू. और होस्टल भी 90 प्रतिशत खाली हो गए हैं और विद्यार्थी अपने घरों को चले गए हैं।

पुलिस की ढीली कार्रवाई कारण पी.यू. में हुआ खूनी संघर्ष
वास्तव में पटियाला पुलिस भी पी.यू. के खूनी संघर्ष के लिए जिम्मेदार है। पुलिस ने लगभग 15 दिन पहले डी.एस.ओ. के एक दर्जन नेताओं पर केस रजिस्टर्ड किया था परन्तु 2 सप्ताह निकलने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की। जिन विद्यार्थियों पर केस रजिस्टर्ड हुए थे वे सरेआम धरनों में पी.यू. अथारिटी को बात-बात पर धमकाते रहे जिस कारण आज स्थिति खूनी टकराव वाली बन गई। यदि पटियाला पुलिस अब भी इन विद्यार्थियों पर सख्त कार्रवाई करे तो पी.यू. में शांति आ सकती है।

6 बड़े अधिकारियों ने दिया इस्तीफा
लगातार हालत बिगड़ते देख यूनिवर्सिटी के अधिकारी भी अब वाइस चांसलर का साथ छोड़ रहे हैं। आज उस वक्त बड़ा धमाका हो गया जब पी.यू. के 6 बड़े अधिकारियों ने अपने-अपने पदों से इस्तीफा देने का ऐलान करते अपने इस्तीफे वाइस चांसलर को भेज दिए हैं और डी.एस.ओ. के विद्यार्थियों खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर दी है। पी.यू. अथारिटी ने माहौल को काबू रखने के लिए हर चौक पर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी है।

पंजाबी यूनिवर्सिटी में अर्बन नक्सलाइट मूवमैंट का आगाज : संधू
सैकुलर यूथ फैडरेशन आफ इंडिया ‘सैफी’ के पूर्व प्रधान हरविन्दर सिंह संधू ने कहा कि पिछले कई दिनों से एक संगठन द्वारा लड़कियों के होस्टल 24 घंटे खुला रखने की मांग पंजाब के लिए आने वाले समय के लिए बड़े खतरे की घंटी है। पिछले दिनों से डी.एस.ओ. पार्टी द्वारा चलाया जा रहा एक विद्यार्थी आंदोलन एक गुंडागर्दी आंदोलन बनता जा रहा है, जिसमें हर दिन ही यूनिवर्सिटी एक गैंग लैंड का रूप धारण करती जा रही है। इस पार्टी की गुंडागर्दी इतनी बढ़ गई है कि इन्होंने वाइस चांसलर के साथ हाथापाई की। उन्होंने कहा कि डी.एस.ओ. वाले कौन हैं, इस बारे रोशनी डालना बहुत जरूरी है। इस ग्रुप की पृष्ठभूमि नक्सलियों वाली है। जो अब भी इस आंदोलन को मोगा सिनेमाओं जैसा कांड बना कर पूरे पंजाब में एक आग लगाने का यत्न किया जा रहा है। पंजाब सरकार को इस अर्बन नक्सलाइट मूवमैंट से सावधान रहना चाहिए और इन पर ध्यान रखना चाहिए जिससे कि आने वाले समय में पंजाब के हालातों को खराब होने से बचाया जा सके। संधू ने कहा कि कल रात हुई लड़ाई में हमारी सैफी का कोई हाथ नहीं है और न ही सैफी का कोई मैंबर वहां मौजूद था।

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