पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला वी.सी. दफ्तर के आगे सैंकड़ों विद्यार्थियों ने किया प्रदर्शन

punjabkesari.in Saturday, Nov 16, 2019 - 11:03 AM (IST)

पटियाला(जोसन): पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला में पंजाब स्टूडैंट्स यूनियन (शहीद रंधावा) के नेतृत्व में विद्याॢथयों ने मांगों के हल के लिए उप कुलपति के दफ्तर आगे प्रदर्शन किया। धरने को संबोधित करते हुए विद्यार्थी नेता होशियार सिंह सलेमगढ़, जगसीर सिंह ने कहा कि अन्य क्षेत्रों की तरह सरकारें शिक्षा के क्षेत्र का भी निजीकरण कर रही हैं। इसी तरह निजीकरण की मार पंजाबी यूनिवर्सिटी भी बर्दाश्त कर रही है। 

यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से 2018-19 का 269 करोड़ रुपए घाटे का बजट पास किया गया था और मौजूदा सत्र 2019-20 का बजट घाटा 300 करोड़ रुपए का है। सरकारें खजाना खाली होने के बहाने से ग्रांट जारी नहीं करतीं। यूनिवर्सिटी की तरफ से अपना बजट घाटा पूरा करने के लिए विद्यार्थियों पर बोझ डाला जा रहा है। विद्यार्थियों की योजनाबद्ध साजिश के अंतर्गत नाजायज री-अपीयर निकाली जाती हैं। फीसों-फंड के नाम पर करोड़ों रुपए वसूले जाते हैं।

ये हैं विद्यार्थियों की मांगें
विद्यार्थियों ने मांग की कि बेवजह परेशान करना बंद किया जाए, फीस व फंड में हर साल किया जाने वाला विस्तार बंद किया जाए, सैल्फ फाइनांस के नाम पर शुरू किए प्राइवेट कोर्स सरकारी नीति के अंतर्गत चालू किए जाएं, 1996 से बंद की प्रोफैसरों की भर्ती खोली जाए और अध्यापकों व अन्य स्टाफ को रैगुलर किया जाए, ई.वी.एस. और ड्रग एब्यूज जैसे अतिरिक्त विषय बंद किए जाएं, पी.टी.ए. फंड को नियमित किया जाए और इसमें हर साल किया जाने वाला विस्तार बंद किया जाए और यूनिवर्सिटी का घाटा पूर्ति के लिए सरकार द्वारा ग्रांट जारी की जाए। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मीटिंग में मांगें पूरी करने का भरोसा दिया। विद्याॢथयों ने ऐलान किया है यदि मांगें नहीं मानीं जाती तो संघर्ष और तेज किया जाएगा। यूनिवर्सिटी की अन्य विद्यार्थी जत्थेबंदियों ने भी समर्थन किया। रोष प्रदर्शन में मनप्रीत सिंह बल्याल, गगन सुनाम, वीरपाल कौर, अमनदीप कौर, कोमल खनौरी आदि उपस्थित थे। बलविन्दर सोनी ने स्टेज संचालन की भूमिका बाखूबी निभाई।

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