सत्या एन्क्लेव के निवासियों को नहीं मिला आशियाना

punjabkesari.in Monday, Jun 25, 2018 - 01:17 PM (IST)

पटियाला (बलजिन्द्र): इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट पटियाला की तरफ से 6 साल पहले सरकारी महेन्द्रा कालेज के सामने काटी गई सत्या एन्क्लेव कालोनी के निवासियों को लाखों रुपए खर्च करके आज तक भी आशियाना नसीब नहीं हुई है जबकि सितम्बर 2012 में जब लक्की ड्रा निकाल कर प्लाट होल्डरों को प्लाट अलाट किए गए थे, तब 3 साल के अंदर-अंदर समूची सहूलियतें मुहैया करवा कर पजेशन देने की बात कही गई थी परंतु 3 तो दूर 6 साल बीत जाने के बावजूद भी प्लाट होल्डरों को इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट ने पजेशन नहीं दी। इसको लेकर प्लाट होल्डरों ने  इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के खिलाफ नारेबाजी भी की।

इस कालोनी के प्लाट होल्डरों अनिल बांसल, गोपाल बांसल, नरेश मित्तल, राहुल मित्तल, विक्रम राज चौहान, आर.डी. बहल, हरिंद्र सिंह और नवनीत बांसल ने कहा कि वे हर हफ्ते इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के अधिकारियों से मिलते हैं परंतु कोई सुनवाई नहीं हो रही है। प्लाट होल्डरों का कहना है कि स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू एक तरफ लोगों को परेशान करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के दावे करते हैं और दूसरी तरफ प्लाट होल्डरों की ट्रस्ट की तरफ से कोई सुनवाई नहीं की जा रही है।शायद नवजोत सिंह सिद्धू को पटियाला इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट की तरफ से प्लाट होल्डरों के साथ किया जा रहा अन्याय दिखाई नहीं दे रहा है।

34 प्लाट होल्डर इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के पीड़ित
सत्या एन्क्लेव में 34 प्लाट होल्डर हैं। सितम्बर 2012 में इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट ने यहां प्लाट होल्डरों को ड्रा सिस्टम के द्वारा प्लाट अलाट किए थे, उसी समय जो शर्तों निर्धारित की थीं, उनके अनुसार 3 साल के अंदर इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट ने प्लाट होल्डरों को पजेशन देना था परंतु 6 साल के बाद भी आज कालोनी में झाडिय़ां उग रही हैं और सहूलियतों का इस कालोनी के साथ दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है।

न वाटर सप्लाई, न स्ट्रीट लाइट और अधूरा छोड़ा पड़ा सीवरेज का काम
सत्या एन्क्लेव में प्लाट खरीदने के 6 साल बाद भी ट्रस्ट की तरफ से कोई वाटर सप्लाई की सुविधा मुहैया नहीं करवाई गई तथा न ही आज तक वहां स्ट्रीट लाइटें लगाई गईं। सीवरेज का काम ट्रस्ट की तरफ से ठेकेदार से शुरू जरूर करवाया गया था परंतु आज तक पूरा नहीं हो सका। अधूरे सीवरेज के आज भी ढक्कन खुले पड़े हैं, जिनमें कभी भी गिर कर कोई बड़ा हादसा हो सकता है। हैरान करने वाली बात यह है कि प्लाट होल्डरों से ट्रस्ट ने पैसे तो ले लिए परंतु प्लाट होल्डरों को सुविधा देने के नाम पर अब ट्रस्ट को कुछ दिखाई नहीं दे रहा है।

swetha