कर्मचारियों और अध्यापकों के धरनों के साथ गर्माई रही पंजाबी यूनिवर्सिटी

punjabkesari.in Tuesday, Feb 11, 2020 - 02:07 PM (IST)

पटियाला(जोसन): पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला धरनों के साथ गर्माई रही। पी.यू. में आज कर्मचारियों और अध्यापकों ने अलग-अलग धरनों के जरिए प्रशासन का दरवाजा खटखटाया।इस मौके अनुसूचित जातियां और पिछड़ी श्रेणियों के कर्मचारियों, अध्यापकों और विद्यार्थियों के मामलों को गंभीरता के साथ हल न करने से नाराज डा. अम्बेदकर कर्मचारी महासंघ, पंजाब की पंजाबी यूनिवर्सिटी के नेता डा. जङ्क्षतदर सिंह मट्टू ने रोष प्रदर्शन करते हुए कहा कि भाई काहन सिंह नाभा लाइब्रेरी में बी.सी. कैटागिरी के साथ संबंधित लाइब्रेरी सहायक के साथ भेदभाव किया जा रहा है। 

उन्होंने कहा कि इसी तरह दर्जन के करीब अनुसूचित जाति के कर्मचारियों के साथ संबंधित केस हैं, जिनको जानबूझ कर लटकाया जा रहा है जो सीधा सीधा जाति भेदभाव है और अनुसूचित जातियों के कर्मचारियों का शोषण है, जिसको किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मौके अनुसूचित जाति के कर्मचारियों के मामलों को जानबूझ कर लटकाने की नीति पर काम कर रहे प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी भी की गई। 

यूनिवर्सिटी के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ की बैठक
दलित नेता डॉ. जतिंदर सिंह मट्टू के अपने कर्मचारी साथियों के साथ वाइस चांसलर दफ्तर के बाहर धरने पर बैठने के 15 मिनट बाद ही अथॉरिटी की तरफ से डॉ. जतिंदर सिंह मट्टू को बातचीत के लिए बुलाया गया परन्तु उक्त दलित नेता 1 घंटे की समाप्ति के बाद ही अधिकारियों को मिले। इस मौके डीन अकादमिक मामले डा. जी.एस. बत्तरा, रजिस्ट्रार डा. एम.एस. निज्झर और वित्त अफसर ने सिंडीकेट रूम में डॉ. जतिंदर सिंह मट्टू के साथ कर्मचारियों की मांगों सम्बन्धित विचार चर्चा करने के बाद मांगों का बहुत जल्द हल निकाल लेने का भरोसा दिलाया।


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swetha

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