मरण व्रत पर बैठे 17 अध्यापकों की तबीयत खराब

punjabkesari.in Tuesday, Oct 23, 2018 - 11:56 AM (IST)

पटियाला (जोसन/ राजेश/बलजिन्द्र) : मुख्यमंत्री पंजाब के शहर पटियाला में सांझा अध्यापक मोर्चा पंजाब के नेतृत्व में 8886 अध्यापकों के वेतन में कटौती के विरोध में चल रहे मरण-व्रत के 16वें दिन मरण-व्रत पर बैठे 17 अध्यापकों की सेहत खराब चल रही है जिस कारण प्रशासन और पुलिस भारी ङ्क्षचता में हैं। दूसरी तरफ, अध्यापकों के 2 दिन का अवकाश कर संघर्ष में शामिल होने के फैसले ने शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा दिया है।

विभाग ने पत्र जारी कर अध्यापकों के अवकाश पर रोक लगा दी है जिस से टकराव और बढऩे के आसार बन गए हैं।  यहां अध्यापक नेताओं ने सरकार के नादरशाही फरमानों को ठोकर मारते घोषणा की कि पंजाब के अध्यापक स्कूलों से अवकाश लेकर संगठन के संघर्ष में शामिल हो गए हैं जिस कारण पंजाब सरकार और शिक्षा विभाग के हाथ-पैर फूले हुए हैं। इस समय सांझा अध्यापक मोर्चा के को-कन्वीनर हरदीप सिंह टोडरपुर, डा. अमृतपाल सिद्धू, दीदार सिंह मुदकी ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा एस.एस.ए./रमसा/माडल/आदर्श स्कूल अध्यापकों को रैगुलर करने के नाम पर बड़े छल के अंतर्गत इन अध्यापकों के वेतन में 65 से 75 प्रतिशत कट लगाया गया है जोकि बिल्कुल गलत है।

नेताओं ने बताया कि अध्यापकों के संघर्ष को विफल करने की चालें खेल रही पंजाब सरकार ने कल अध्यापकों को बदनाम कर पटियाला निवासियों के साथ अध्यापकों की सांझ को तोडऩे की कोशिश को नाकाम कर अध्यापकों ने पटियाला निवासियों के सहयोग से किए जलसे ने सरकार को अध्यापकों की मांगों बारे सोचने के लिए मजबूर कर दिया है जिस कारण सरकार को मोर्चा के साथ बातचीत का रास्ता चुनते 23 अक्तूबर की बैठक का फैसला लेना पड़ा।

आज की बैठक में फैसला न होने पर शुरू होगा जेल भरो आंदोलन
उन्होंने कहा कि यदि 23 अक्तूबर की बैठक में अध्यापकों के वेतन में कटौती के फैसले को रद्द कर इन अध्यापकों को पूरे वेतन और सुविधाओं समेत रैगुलर करने, समूह कच्चे अध्यापकों को शिक्षा विभाग में रैगुलर करने समेत सांझा अध्यापक मोर्चा के मांग पत्र में दर्ज समूह जायज मांगों की पूॢत न होने की स्थिति में सांझा अध्यापक मोर्चा पंजाब संघर्ष को अगले चरण में दाखिल कर जेल भरो आंदोलन शुरू करेगा जिसकी तैयारी के तौर पर जिला और ब्लाक स्तर की बैठकों का दौर शुरू कर दिया गया है। 
 

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