गुरुद्वारा अरदासपुरा पहुंची टीम ने 5 घंटे की जांच, स्वरूप बारे स्थिति स्पष्ट नहीं

punjabkesari.in Monday, Aug 03, 2020 - 01:16 PM (IST)

पटियाला(जोसन): गांव कल्याण के गुरुद्वारा अरदासपुरा साहिब में 100 वर्षीय पुरातन स्वरूप के गुम होने के मामले का शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने गंभीर नोटिस लिया है। इसके चलते एस.जी.पी.सी. के प्रधान भाई गोङ्क्षबद सिंह लोंगोवाल के दिशा-निर्देशों पर गठित 5 सदस्यीय टीम गुरुद्वारा श्री दुखनिवारण साहिब के हैड ग्रंथी भाई प्रनाम सिंह के नेतृत्व में गुरुद्वारा अरदासपुरा साहिब में पहुंची जहां गुरुद्वारा साहिब के प्रबंधक व कमेटी के सदस्य मौजूद थे। गुरुद्वारा साहिब में टीम ने 5 घंटे जांच की और बयान कलमबद्ध किए। टीम ने जांच पड़ताल दौरान ग्रंथी सिंहों, कमेटी सदस्यों और गांव की संगत के साथ लंबी बातचीत की। हैड ग्रंथी भाई प्रनाम सिंह ने बताया कि जांच दौरान सभी ग्रुपों के बयान कलमबद्ध किए गए हैं, परंतु स्वरूप बारे स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी। 

उन्होंने कहा कि कलमबद्ध किए बयानों के आधार पर टीम अपनी पहली रिपोर्ट सचिव धर्म प्रचार कमेटी को भेजेगी और आगे वाली जांच इसी तरह जारी रखी जाएगी। इस मौके मैनेजर करनैल सिंह नाभा, एडीशनल मैनेजर करनैल सिंह, धर्म प्रचार समिति की तरफ से परविन्दर सिंह, लखविन्दर सिंह और बेअंत सिंह आदि भी उपस्थित थे। दूसरी तरफ गुरुद्वारा साहिब के मुख्य सेवादार बाबा निछाबर सिंह ने बताया कि गुरुद्वारा साहिब में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के 25 स्वरूप हैं और एक सफरी स्वरूप जो संत बाबा कृपाल सिंह के समय से गुरुद्वारा साहिब में सुशोभित था, जिसको संगत के दर्शन करवाए जाते थे वह भी श्री ग्रंथ साहिब जी के बाकी स्वरूपों के साथ पड़ा था, जो सिर्फ दूरबीन के साथ पढ़ा जा सकता था। 

उन्होंने कहा कि कमेटी की तरफ से बाबा सोहण सिंह और हैड ग्रंथी सतनाम सिंह से पूछताछ की गई, परंतु कोई सन्तोषजनक जवाब नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि शिरोमणि कमेटी की तरफ से गठित टीम को हर संभव सहयोग दिया जाएगा। कमेटी अपने स्तर पर यह पूरा मामला पुलिस प्रशासन के ध्यान में भी ला चुकी है और सी.सी.टी.वी. कैमरों तक को खंगाला जा रहा है।

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