हथियार डिफ्यूज और डम्प करने वाली नहीं पहुंची टीम

punjabkesari.in Saturday, Mar 16, 2019 - 11:59 AM (IST)

पटियाला(बलजिन्द्र): शहर के प्रताप नगर गली नं.-3 में प्लाट में मकान बनाने के लिए खोदी जा रही नींव के दौरान मिले हथियार काफी संवेदनशील हैं। जानकारों की मानें तो इस तरह के हथियार आर्मी के पास होते हैं। इनमें जो एक बैनेट विद 7.62 राइफल फ्लैशर जिसे सैरेमोनियल ड्रिल के लिए इस्तेमाल किया जाता है। प्लाट में मिले ग्रैनेड एच.ई. 36 भी भारतीय फौज के पास ही होते हैं। हालांकि हथियार कहां से आए और कहां के बने हुए हैं , किस की प्रॉपर्टी है। इसकी पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। 

एस.एस.पी. मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि हथियारों के नंबर ट्रेस कर पता लगाया जा रहा है कि हथियार कहां बने थे और किसकी प्रॉपर्टी यानि किस के नाम बोलते हैं। किसी एक व्यक्ति के हैं या फिर किसी संस्था के नाम पर हैं, आदि की जांच शुरू कर दी गई है। वैसे पुलिस ने इस मामले में थाना सिविल लाइन में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।  दूसरी तरफ पुलिस ने आर्मड बटालियन जालंधर को एक पत्र लिख कर बरामद किए गए हथियारों को सुरक्षित डिफ्यूज और डम्प करने के लिए लिखा था। पर शुक्रवार को टीम नहीं आई । 

यहां यह वर्णनीय है कि शहर के सिविल लाइन थानों के अधीन पड़ते प्रताप नगर की गली नं.-3 में जब भारतीय सेना के पूर्व कर्नल जसमेल सिंह पुत्र मेजर सिंह निवासी तारापुर अफसर कालोनी पटियाला कैंट ने अपने प्लाट में मकान बनाने के लिए नींव खोदनी शुरू की तो वहां से पुराने दबे हुए हथियार बरामद हुए जिनमें एक ए.के. 47 राइफल, एक स्टेनगन, एक मैगजीन स्टेनगन, बट स्टेनगन, 2 फुलथ्रू एक बड़ा और एक छोटा, 4 कारतूस ए.के. 47 के, 15 कारतूस स्टेनगन के, 3 गैनेड, एक डब्बी डैटोनेटर, एक संगीन (बोनट 7.62 राइफल) बरामद हुए थे। इस मामले में पुलिस ने आम्र्ज एक्ट और एक्सप्लोसिव सबस्टांसेज एक्ट 1908 की धारा-5 के अंतर्गत केस दर्ज किया है। 

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