हाईकोर्ट की फटकार के बाद भी नहीं जागी सरकार,12 लाख बच्चे अभी भी वर्दी के इंतजार में

punjabkesari.in Sunday, Feb 24, 2019 - 03:15 PM (IST)

जालन्धर (सुमित): सर्दी का मौसम लगभग खत्म होने को है और स्कूलों में पंजाब बोर्ड की परीक्षाएं भी 1 मार्च से शुरू होने वाली हैं। इसके बाद नए सैशन नई क्लासें शुरू हो जाएंगे परंतु सूबा सरकार अभी तक भी स्कूली बच्चों को सर्दी की वर्दी नहीं दे सकी है। राज्य के सभी जिलों में 12 लाख के करीब बच्चे गर्म वर्दी के इंतजार में ठिठुरते हुए स्कूलों में पहुंच रहे हैं परंतु सरकार को शायद इस बात से कोई लेना-देना नहीं है। वह तो बस अपनी बयानबाजी में व्यस्त है। जानकारी के मुताबिक सरकार की कोशिश थी कि एक ही टैंडर लगाकर सभी को एक जैसी वर्दी बांटी जाएगी। इसके साथ इस बार बजट भी बढ़ा कर 400 रुपए से 600 रुपए कर दिया गया परंतु अभी तक यह हालात बने हुए हैं कि बच्चे कह रहे हैं कि हमें 600 की बजाय चाहे 400 वाली वर्दी ही दे दो।

दूसरी तरफ बच्चों के अभिभावकों का भी यही कहना है कि सरकार बच्चों को वर्दी उपलब्ध करवाने में असमर्थ दिख रही है। उनका कहना था कि अब इस सैशन में तो बच्चों को वर्दी नहीं मिल पाएगी क्योंकि अगर सरकार को तरस आ भी गया और वर्दी दे भी दी तो उसे सिलवाने का समय ही नहीं बचेगा क्योंकि परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी और इसके बाद मौसम भी बदल जाएगा परंतु अभिभावकों ने यह भी कहा कि सरकारों को इन सब जरूरी कामों के लिए पहले तैयारी करनी चाहिए, हर बार ही वर्दी व किताबें लेट होती हैं जोकि इस बार मिल ही नहीं पाई है। इसके साथ ही इस सारे मामले का संज्ञान लेते हुए माननीय हाईकोर्ट द्वारा भी सरकार को बच्चों को वर्दी उपलब्ध करवाने के लिए कहा गया था परंतु हाईकोर्ट की फटकार भी सरकार को जगा नहीं पाई।

एन.आर.आई. भाई जारी रखेंगे अपना काम : कुलविंदर फ्रांस
सरकारें अपने कामों के प्रति फेल साबित हो रही हैं वहीं बच्चों के हालातों को समझते हुए हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी कई एन.आर.आई. भाई आगे आए और उन्होंने कई स्कूलों में बच्चों को बूट, स्वैटर या अन्य सामान लेकर दिया। ऐसे ही जालन्धर से संबंधित एक एन.आर.आई. कुलविंदर सिंह फ्रांस ने कहा कि सरकारों का पता नहीं परंतु एन.आर.आई. अपना काम जारी रखेंगे, क्योंकि सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों को भी तो ठंड लगती है।

Anjna