पंजाब में 1.60 लाख सेहत कर्मियों का पहले होगा ''टीकाकरण''

punjabkesari.in Monday, Jan 04, 2021 - 09:53 AM (IST)

चंडीगढ़ (शर्मा, धवन): मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के दूरदर्शी नेतृत्व में पंजाब ने कोविड-19 महामारी के प्रतिदिन के प्रबंधन के संबंध में तुरंत निर्णय लेने में सक्रियता दिखाई है और केंद्र सरकार को चाहिए कि पंजाब में निर्धारित समय में कोरोना वैक्सीन मुफ्त प्रदान करवाए। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने पंजाब भवन में आयोजित प्रैस कॉन्फ्रैंस में कहा कि पंजाब ने महामारी को नियंत्रित करने के लिए समय-समय पर कड़े कदम उठाए हैं। अब केंद्र सरकार कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति करने के अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हट सकती।

राज्य में टीकाकरण की तैयारियों के बारे में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पंजाब में एक दिन में 4 लाख लोगों को टीका लगाने की क्षमता है। राज्य ने अपने कोल्ड चेन सैंटरों में 1 करोड़ टीकों की मजबूत भंडारण क्षमता स्थापित की है। पंजाब ने बच्चों के नियमित टीकाकरण के 95 प्रतिशत से अधिक लक्ष्य को हासिल किया है जो देश में सबसे अधिक है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भारत सरकार की मूल योजना आयुष्मान भारत के दायरे को एस.ई.सी.सी. डाटा-2011 के अनुसार केवल 14 लाख परिवारों तक सीमित रखा गया था, जबकि मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने इन परिवारों की संख्या को लगभग 40 लाख तक बढ़ाने का फैसला किया। अब तक 4,99,593 को 574.86 करोड़ रुपए की इलाज सेवाएं प्रदान की जा चुकी हैं।

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य हुसन लाल ने कहा कि राज्य में 70 लाख लोगों का चरणबद्ध तरीके से टीकाकरण किया जाएगा, जिसमें 1.6 लाख स्वास्थ्य कर्मी, अन्य फ्रंटलाइन कर्मी, 50 वर्ष से अधिक आयु के लोग और सह-रोगों वाले 50 से कम आयु के लोग शामिल हैं। आयु के मानदंड 1 जनवरी, 2021 से माने जाएंगे। पहले चरण में सभी 1.6 लाख स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों का प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण किया जाएगा। इस अवसर पर विभाग के कई अधिकारी उपस्थित थे।

Tania pathak